तेलंगाना में 7,000 लोगों के फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले गिरोह का प्रमुख सदस्य मध्य प्रदेश से गिरफ्तार

इंदौर: 19 मई तेलंगाना में फर्जीवाड़ा करके करीब 7,000 आधार कार्ड बनाने वाले गिरोह के प्रमुख सदस्य को मध्यप्रदेश पुलिस के साइबर दस्ते ने बृहस्पतिवार को इंदौर से धर दबोचा। वह तेलंगाना पुलिस द्वारा इस फर्जीवाड़े के खुलासे के बाद पिछले पांच महीने से फरार था। मध्यप्रदेश पुलिस के एक आला अधिकारी ने यह जानकारी दी।

साइबर दस्ते की इंदौर इकाई के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह ने बताया कि तेलंगाना पुलिस से मिले सुरागों के आधार पर पवन कोटिया (29) को गिरफ्तार किया गया और आरोपी को एक स्थानीय अदालत के आदेश पर ट्रांजिट हिरासत में हैदराबाद भेजा जा रहा है।

जितेंद्र सिंह ने बताया कि साइबर प्रौद्योगिकी का जानकार कोटिया मध्यप्रदेश के शिवपुरी का रहने वाला है। पुलिस अधीक्षक के मुताबिक, आरोपी मध्यप्रदेश और असम में सरकार की मान्यता वाले आधार सेवा केंद्रों को पेशेवर रूप से तकनीकी मदद दे रहा था।

उन्होंने बताया कि कोटिया पर आरोप है कि उसने भारतीय विशिष्‍ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) द्वारा असम के आधार सेवा केंद्रों को आवंटित छह लॉग-इन आईडी तथा इनके पासवर्ड एक गिरोह को अवैध तौर पर प्रदान किए और उससे मोटी रकम हासिल की।

UP STF a gang who making fake aadhar card, : Outlook Hindi

सिंह ने तेलंगाना पुलिस की जांच के हवाले से बताया कि इन लॉग-इन आईडी की मदद से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर करीब 7,000 लोगों के आधार कार्ड के नये नामांकन और पुराने आधार कार्ड के ब्योरे में बदलाव किए गए।

उन्होंने बताया कि गिरोह के आठ सदस्यों को तेलंगाना पुलिस ने दिसंबर 2021 में गिरफ्तार किया था और इसकी जानकारी मिलने पर कोटिया असम से भागकर इंदौर में आकर छिप गया था।