केके मिश्रा ने मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से किए ये सवाल, कहा ‘यदि चुनाव आयोग निष्पक्ष है तो दें जवाब’

भोपाल : कांग्रेस ने मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन कहा है कि यदि उनके नेतृत्व में चुनाव आयोग निष्पक्ष है तो उनके सवालों का जवाब दें। मध्य प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए अनुपम राजन से बालाघाट की घटना का जिक्र करते हुए कुछ सवाल किए हैं। बता दें कि एक दिन पहले कमलनाथ ने भी बालाघाट ज़िले में पोस्टल बैलेट को मतगणना से पहले ही खोले जाने और छेड़छाड़ की आशंका जाहिर करते हुए एक वीडियो शेयर किया था और इसे लेकर निर्वाचन आयोग में कांग्रेस ने शिकायत भी की है।

कांग्रेस ने किए ये सवाल

केके मिश्रा ने आज एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि “वे बताएं कि यदि उनके नेतृत्व में चल रहा चुनाव आयोग निष्पक्ष है तो इन प्रमाणिक तथ्यों का जवाब आप नहीं तो कौन देगा*….?

(1) जब आयोग के ही स्पष्ट निर्देश हैं कि डाक मतपत्रों की भी गणना 3 दिस.23 मतगणना दिवस के दिन प्रात: 8 बजे होगी तो  बालाघाट में 27 नवंबर को स्ट्रांग रूम कैसे खोला गया!क्या यह आपके ही निर्देश थे?

(2) जिले के कलेक्टर RO कह रहे हैं कि कांग्रेस को कुछ कंफ्यूजन है तो नोडल अफसर सस्पेंड क्यों?

(3) असली दोषी तो वही कलेक्टर है,जिनसे आप अब जांच करवाएंगे ! क्या राज्य की पूरी जनता मूर्ख और समझदार सिर्फ आप ही हैं?(4) स्थानीय SDM का यह कथन की स्ट्रांग रूम सारे राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में रोज खुलता है,क्या यह आयोग के नियमों के अनुरूप है और आप भी इससे सहमत हैं? या एसडीएम व्यापमं से चयनित हैं?

(5) राजन सा.लगता है मप्र विधान सभा चुनाव की समूची प्रक्रिया में सत्तारूढ़ दल को आप खुद परोक्ष रूप से लाभ पहुंचा रहे हैं क्योंकि आपने ऐसा कोई काम नहीं किया है, जिससे यह प्रतीत हो कि आप निष्पक्ष हैं*..!! मसलन…

(1)कांग्रेस या अन्य विपक्षी दलों द्वारा की गई करीब 350 से अधिक की गई विभिन्न प्रमाणिक शिकायतों पर आपने अपनी निष्पक्षता साबित करते हुए एक के खिलाफ भी एक्शन क्यों नहीं लिया?

(2) मतदान दिवस पर पूरे प्रदेश में हिंसा, बूथों पर कब्जे, जाति विशेष के लोगों के बूथों पर उन्हें हथियार बंद लोगों ने वोट नहीं डालने दिए, पैसा,शराब व अन्य सामग्रियां सत्तारूढ़ दल के लोगों द्वारा रात-दिन वितरित होती रही,आयोग “मूकमूर्ति” बना रहा, क्यों और किसके दबाव में?

(3) कई जिलों में कलेक्टर – एसपी ने सिर्फ गले में भाजपाई दुप्पटा नहीं डाला,बाकी वह सब किया जो उन्हें नहीं करना था, क्या यह सब आपके निर्देश पर हुआ अन्यथा आप धृतराष्ट्र क्यों बने रहे?

(4) सरकार विरोधी लहर के बीच पूरे प्रदेश में सरकार के दबाव में मतदान दिवस पर चुनाव ड्यूटी में लगे कई हजार सरकारी कर्मचारी /अधिकारियों को डाकपत्र न देकर जानबूझकर उन्हें उनके मताधिकार से वंचित किया गया,आपने ऐसा क्यों,किसके संरक्षण में और किसे लाभ पहुंचाने के लिए अंजाम दिया?

क्या यह किसी राष्ट्रद्रोह के समकक्ष नहीं है,आप संविधान के रक्षक हैं या…!! राजन सा. मैं किसी राजनै तिक दल के कार्यकर्ता होने के साथ एक जवाबदार मतदाता भी हूं, बेखौफ हो कर आप व आयोग के खिलाफ गंभीर आरोप लगा रहा हूं,आज नहीं तो कल आपको इसका जवाब देना ही होगा….?”

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