भोपाल : मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार पर कर्ज लगातार बढ़ रहा है। एक बार फिर वित्त विभाग ने 1 हजार करोड़ का कर्ज लिया है। भारतीय रिजर्व बैंक के माध्यम से यह ऋण 15 साल के लिए लिया गया है। इस साल अब तक करीब 8 हजार करोड़ रुपये का ऋण लिया जा चुका है। प्रदेश के ऊपर करीब 3 लाख करोड़ रुपये का ऋण हो चुका है।
दरअसल प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों और विकास परियोजनाओं को गति देने के लिए देने के लिए शिवराज सरकार ने यह ऋण लिया है। सरकार अनुमानित बजट के मुताबिक 5701 करोड़ से अधिक राजस्व के घाटे में है।
ऐसे में माना जा सकता है कि मध्य प्रदेश सरकार की माली हालत का बुरा असर गौ माता पर भी पड़ रहा है। प्रदेश में गायों की चिंता करने वाला गौपालन बोर्ड आर्थिक संकट से जूझ रहा है। बताया जा रहा है कि गायों की खुराक के लिए बोर्ड 300 करोड़ की जरूरत है। और धन की कमी को दूर करने के लिए अब बोर्ड ने नया रास्ता निकाला है जिसके बाद उन्होंने गो ग्रास योजना बनाई है।
इसके तहत हर घर से 10 रुपये गौ ग्रास के रूप में लिए जाएंगे। और रुपयों में हेर फेर का आरोप न लगे, इसलिए गौ संवर्धन बोर्ड के पोर्टल पर पैसे जमा कराए जाएंगे। बोर्ड के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद ने बताया कि यदि प्रदेश की 7 करोड़ से ज्यादा की आबादी में से 1 करोड़ लोग भी गाय के नाम पर 10 रुपये दे देंगे तो 1 साल में तीन हजार 650 करोड़ रुपए जमा हो जाएंगे।
वहीं चारे की कमी दूर करने के लिए बोर्ड गौ सदन शुरू करने जा रहा है। जानकारी के अनुसार गौ सदन जंगल के पास बनाए जाते हैं जहां पर किसानों का गौवंश बारिश के दिनों में रखा जाता है। जहां गायों को भरपूर चारा मिल जाता है। और बारिश के बाद ये गायें गौपालकों के पास दुबारा पहुंच जाती हैं। इसके लिए वन विभाग से भी बात की जा रही है।
जानकारी के अनुसार आम लोगों को गौ सेवा का मौका बोर्ड ने एक और नया तरीका खोजा है। जिसके तहत यदि कोई एक गाय को 15 दिन चारा खिलाना चाहता है तो आपको 1100 सौ पोर्टल पर जमा करने होंगे और आपके नाम पर संबंधित गौशाला में 15 दिन गाय को चारा खिलाया जाएगा। इसी तरह एक माह के लिए 2100 रुपए और 10 साल के लिए तीन लाख रुपये का दान लिया जाएगा।