नई दिल्ली : शुक्रवार सुबह नेपाल में भारी बारिश के कारण भूस्खलन ने एक बड़ी त्रासदी को जन्म दे दिया। सेंट्रल नेपाल के मदन-आश्रित हाइवे पर हुए भूस्खलन के चलते दो बसें त्रिशूली नदी में गिर गईं। जानकारी के अनुसार दोनों बसों में 63 यात्री सवार थे, जो अब लापता हैं। इस घटना के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है, लेकिन भारी बारिश और उफनती नदी के चलते बचाव कार्य में काफी दिक्कतें आ रही हैं। घटना सुबह 3.30 बजे की है और अब तक लापता यात्रियों का कोई पता नहीं चल सका है।
मूसलाधार बारिश के कारण के कारण पहाड़ में दरार
दरअसल नेपाल के सड़क प्रभाग कार्यालय के अनुसार, मदन-आश्रित हाइवे पर शुक्रवार सुबह करीब 3:30 बजे लगातार मूसलाधार बारिश के कारण अचानक भूस्खलन हो गया। उस समय दो बसें वहां से गुजर रही थीं। भूस्खलन की चपेट में आकर दोनों बसें त्रिशूली नदी में गिर गईं, जो भारी बारिश के कारण उफान पर थी। तेज बहाव की वजह से दोनों बसें बह गईं। हादसा इतनी तेजी से हुआ कि बसों में बैठे यात्रियों को संभलने का मौका ही नहीं मिला।
काठमांडू से रौतहट जा रही थीं बसें
वहीं चितवन के मुख्य जिलाधिकारी इंद्रदेव यादव ने हादसे की पुष्टि की है। उन्होंने जानकारी दी कि दोनों बसें काठमांडू से रौतहट की ओर जा रही थीं। इनमें से एक बस एंजेल थी, जिसमें 24 लोग सवार थे, और दूसरी गणपति डीलक्स थी, जिसमें 41 लोग थे। कुल मिलाकर 63 लोग इस हादसे में लापता हैं, जिनका अब तक कोई अता-पता नहीं है। बसों में महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों की मौजूदगी के कारण यह हादसा और भी अधिक दर्दनाक हो गया है।
किस्मत से बच गए तीन यात्री
दरअसल यादव के मुताबिक, तीन यात्री अपनी किस्मत से बच गए और गिरती हुई बस से कूदकर अपनी जान बचाने में कामयाब रहे। इन तीनों ने बताया कि वे गणपति डीलक्स बस में सवार थे। उन्होंने तुरंत पुलिस को घटना की सूचना दी, जिसके बाद रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। बचने वाले यात्रियों के अनुसार, बसें तेजी से नदी में गिर गईं और मलबे में फंसकर बहने लगीं।