भोपाल : मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने पिछले दिनों एक बार फिर कांग्रेस की हार के लिए ईवीएम (EVM) को दोषी ठहराया और इसके खिलाफ मोर्चा खोला। उन्होंने इसका डेमो दिखाकर गड़बड़ी की संभावना को पुख्ता भी किया लेकिन अब उनके छोटे भाई पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह ने दिग्विजय की आरोपों को गलत ठहराया है। लक्ष्मण सिंह ने बड़े भाई दिग्विजय के नाम “बंटाधार” की भी व्याख्या की साथ ही उन्होंने एक अलग कांग्रेस बनाने की चेतावनी भी दे दी। उधर लक्ष्मण के भाषण को भाजपा प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने X पर पोस्ट कर कांग्रेस पर निशाना साधा है।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में मिली हार को कांग्रेस पचा नहीं पा रही है, इस हार के लिए कांग्रेस का निशाना भाजपा पर ही है लेकिन कांग्रेस के नेता इसकी वजह अलग अलग बता रहे हैं, मतलब साफ़ है कि कांग्रेस में हार को लेकर एकराय नहीं है। कोई कांग्रेस नेता हार के लिए भितरघात को दोष दे रहा है, कोई सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग को, कोई काले धन के इस्तेमाल को तो कोई ईवीएम को हार के लिए दोषी ठहरा रहा है, दिग्विजय सिंह ने हमेशा की तरफ इस बार भी कांग्रेस की हार के लिए ईवीएम पर ही दोष मढ़ा।
लक्ष्मण सिंह के निशाने पर बड़े भाई दिग्विजय सिंह, भाजपा ने वायरल किये भाषण
अब दिग्विजय सिंह का दावा कितना सच है वो उनके छोटे भाई लक्ष्मण सिंह ने ही ख़ारिज कर बता दिया, लक्ष्मण सिंह के कुछ वीडियो भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने X पर पोस्ट किये और निशाना साधा है, ये वीडियो गुना जिले के कुम्भराज के हैं जहाँ वे एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। लक्ष्मण सिंह ने यहाँ न सिर्फ मप्र में कांग्रेस की हालत पर चिंता जताई बल्कि बड़े भाई दिग्विजय सिंह का नाम बंटाधार पड़ने, कांग्रेस को दलालों के हाथों में घिरने और कांग्रेस के हारने के कारणों पर विस्तार से बात की।
राज्यसभा सांसद निधि खर्च करने और सांसद प्रतिनिधि बनाने पर भी उठाये सवाल
विधानसभा चुनाव के नतीजों पर बोलते हुए लक्ष्मण सिंह ने कहा कि मैंने आकलन किया है, जहाँ जहाँ कांग्रेस की राज्यसभा सांसद निधि दी गई वहां वहां कांग्रेस हारी। उन्होंने कहा ये राज्यसभा सांसद निधि क्या कांग्रेस को हराने के लिए दी गई थी या जिताने के लिए दी गई थी , इसका आकलन करना भी जरुरी है। मप्र के राज्यसभा सदस्यों को भी इसका आकलन करना जरुरी है, उन्होंने कहा- आज सांसद प्रतिनिधि बनने की होड़ लगी है, सांसद उन्हें अपना प्रतिनिधि बना रहे हैं जिन्होंने कांग्रेस को चुनाव हराया। लक्ष्मण सिंह ने कहा कि आज दलालों में हमारे सर्वमान्य नेता का क्या स्तर बना दिया है ये सोचना होगा।
हार के लिए ईवीएम को दोष देने के दिग्विजय के दावे को किया ख़ारिज
पूर्व कांग्रेस विधायक ने कहा कि आज हम ईवीएम को दोष देते हैं, क्या ये ईवीएम ने कहा था कि राज्यसभा निधि वहां दो जहाँ कांग्रेस हारे? क्या ईवीएम ने ये कहा कि उसे सांसद प्रतिनिधि बनाओ जिसने कांग्रेस को हराया? अरे गलती हम कर रहे हैं और दोष ईवीएम को दे रहे हैं, लक्ष्मण सिंह आगे बोले – एक मशीन ख़राब हो सकती है लेकिन सभी ईवीएम नहीं, उन्होंने कहा ईवीएम कौन लाया? ईवीएम कांग्रेस लाई थी, ये ईवीएम का मामला नहीं है ये भितरघात है और दलालों की हरकत है जो नेताओं को घेर घेरकर गलत रास्ते पर ले जाते हैं और वो नेता चले भी जाते हैं।
बंटाधार नाम की व्याख्या की, बोले सत्ता के दलाल कांग्रेस नेताओं को चला रहे
लक्ष्मण सिंह ने कहा मुझे बहुत बुरा लगता है कि मेरे बड़े भाई दिग्विजय सिंह का नाम भाजपा ने मिस्टर बंटाधार रखा है, जो नाम 20 साल पहले रखा वो आज भी चल रहा हैं, क्यों चल रहा है? इसका आकलन भी जरुरी है। उन्होंने तो जनता की सेवा की, विकास किया लेकिन फिर भी नाम बंटाधार क्यों पड़ा? क्यों इस नाम से भाजपा को वोट मिल जाता है? ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि ये दलाल उनको छोड़ते नहीं हैं, इन दलालों को बैठाने का काम हम सबको करना है, लक्ष्मण सिंह ने कहा राहुल गांधी न्याय यात्रा में मप्र आने वाले हैं मेरा ये वीडियो उनतक जरुर पहुँचाना, इसे वायरल भी करना जिससे वो तय कर लें कि कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं से चलेगी या फिर सत्ता के दलालों से चलेगी? या फिर उन नेताओं से चलेगी जो गुमराह हो चुके हैं और सत्ता के दलालों के कहने पर चल रहे हैं।
लक्ष्मण सिंह ने मप्र में अलग कांग्रेस और उसकी सरकार बनाने की चेतावनी दी
कांग्रेस के गठन की याद दिलाते हुए लक्ष्मण सिंह ने कहा कि लोगों को ध्यान रखना चाहिए कि 72 लोगों ने मिलकर कांग्रेस खड़ी की थी, आज भी जो लोग कांग्रेस से हटकर गए उन्होंने बंगाल, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश में सरकार बनाई, चेतावनी देते हुए लक्ष्मण सिंह बोले – कहीं ऐसा नहीं हो कि 72 लोग यहाँ भी इकट्ठे हो जाएँ और अगली सरकार यहाँ उस कांग्रेस की बने इस कांग्रेस की नहीं, ये साहस कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में अभी भी है, मैं अकेला नहीं हूँ लाखों कार्यकर्ता हैं ऐसे, कोई भी एक दिन निकलकर आ गया तो इन लोगों की पूरी राजनीति धरी रह जाएगी ।