ग्वालियर। नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए जिस विधायक ने मुझपर भरोसा करते हुए अपनी व्यथा सुनाई मैं उसका नाम उजागर कर उसका राजनीतिक भविष्य ख़राब करूँ ये हमारे चरित्र में नहीं है। उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह के ग्वालियर दौरे के दौरान “महल” में जाने पर सिंधिया पर निशाना साधा।
ग्वालियर पहुंचे नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक डॉ गोविंद सिंह ने वीडी शर्मा पर पलटवार किया और गृह मंत्री अमित शाह के ग्वालियर दौरे पर सवाल उठाये। गौरतलब है कि वीडी शर्मा द्वारा कल ग्वालियर में डॉ गोविंद सिंह को झूठा बताकर उस विधायक का नाम बताने के लिए कहा था जिसने उनसे संपर्क किया था। मीडिया ने जब आज डॉ गोविंद सिंह से इसपर सवाल किया तो उन्होंने बड़ी बात कही।
डॉ गोविंद सिंह ने कहा कि किसी ने मुझसे विश्वास कर संपर्क किया, कुछ बात कही तो क्या मैं उसको उजागर करूँ, ये हमारे चरित्र में नहीं है कि किसी का राजनीतिक भविष्य बर्बाद करूँ। उसने अपनी व्यथा बताई है मैंने समझी लेकिन हमने उनसे कहा है कि हमारी पार्टी में वापसी की कोई व्यवस्था नहीं है और ना ही उनको टिकिट मिलेगा इसलिए वापसी की उम्मीद नहीं रखिये।
मप्र में 2023 के विधानसभा चुनावों के सवाल पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आज जनता परेशान है , महिलाएं, युवा किसान, व्यापारी आज हर वर्ग का व्यक्ति दुखी है और सरकार में बदलाव चाहता है। कांग्रेस नेता ने कहा 2023 के विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव में जनता इसका परिणाम देगी, लोहा गरम है चोट करना बाकी है।
गृह मंत्री अमित शाह के ग्वालियर दौरे के दौरान उनके ज्योतिरादित्य सिंधिया) के महल में जाने और डेढ़ घंटे बिताने के सवाल पर भाजपा को निशाने पर लेते हुए डॉ गोविंद सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार देश में प्रजातंत्र समाप्त करके तानाशाही लाना चाहती है, देश भर में राजा महाराजाओं को प्रचारित करने का काम कर रही है। हर जगह उनके नाम से संस्थाएं,हवाई अड्डे, बस स्टेंड, रेलवे स्टेशन आदि बनाए जा रहे हैं, जो देश की आजादी के लिए शहीद हुए,
उन्हें भुलाया जा रहा है।
गृह मंत्री अमित शाह के दौरे में भीड़ जुटाने के लिए ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर द्वारा पीले चावल बांटकर आमंत्रित करने पर कांग्रेस के सीनियर लीडर ने कहा कि जनता को राशन नहीं मिल रहा और ये पीले चावल बाँट रहे है, ये सही नहीं है। इस तरह के काम राजनीति में शोभा नहीं देते। गोविंद सिंह ने आरोप लगाया कि सरकारी कर्मचारियों को धौंस दी जा रही है कि कार्यक्रम में नहीं पहुंचे तो नौकरी नहीं बचेगी।