राज्य की शिवराज सरकार इन दिनों आंगनवाड़ी केंद्रों को लेकर तरह तरह के दावे कर रही है। हालांकि, विपक्षी नेता जब आंगनवाड़ी केंद्र पहुंचे तो इन दावों की कलई खुल गई। राजधानी भोपाल स्थिति आंगनवाड़ी केंद्र में न तो बिजली सप्लाई थी और न ही टॉयलेट की व्यवस्था। विपक्ष ने आंगनवाड़ी केंद्रों की इस हालात के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद और कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा मंगलवार को राजधानी भोपाल के आंगनवाड़ी केंद्र का औचक निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि, ‘आंगनबाड़ी केंद्रों में संघ से जुड़ी संस्था सेवा भारती पोषण आहार सप्लाई कर रही है। लेकिन ये आहार ऐसा है कि बच्चों का कुपोषण दूर नहीं हो रहा है।’
नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि, ‘सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का उल्लंघन करते हुए सेवा भारती आंगनवाड़ी में आहार सप्लाई कर रही है। गाइडलाइंस के मुताबिक सिर्फ स्वयं सेवी संस्था ही पोषण आहार सप्लाई कर सकती है।’ उन्होंने इस दौरान ये भी पाया कि आंगनबाड़ी केंद्रों में बिजली भी नहीं है। टॉयलेट हैं लेकिन उपयोग करने लायक नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष के औचक निरीक्षण पर सत्तधारी दल बीजेपी ने पलटवार किया है। मध्य प्रदेश बीजेपी के मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पराशर ने कहा कि, ‘कमलनाथ सरकार में 270 करोड़ का पोषण आहार घोटाला हुआ था। गोविंद सिंह दिग्विजय सिंह के आदमी हैं और कमलनाथ को घेरने के लिए पोषण आहार घोटाला याद दिला रहे हैं।