इंदौर: मध्यप्रदेश के धार जिले के धामनोद मार्ग पर बने भरूड़पुरा के निचले ग्राम कोठिडा में मिट्टी का बांध लीकेज होने का मामला हाल ही में सामने आया है। बताया जा रहा है कि इस बांध में लगातार पानी लीकेज हो रहा है। ऐसे में इस लीकेज को रोकने के लिए प्रशासन और जल संसाधन विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है।
इस मामले के चलते बांध के नीचे बसे हुए गांवों को हाई अलर्ट भी जारी किया जा चुका है। यह अलर्ट राजस्व विभाग ने जारी किया है। ऐसे में आज से ही इन गांवों को खाली कराने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। इस मामले के कई वीडियो सामने आए हैं जिसको देखने के बाद पता चला है कि यह स्थिति काफी ज्यादा गंभीर है।
जानकारी के मुताबिक, यह बांध कारम नदी पर बना हुआ है। इसका निर्माण 300 करोड़ रुपए की लागत में हुआ है। लेकिन अब इसको लेकर ठेकेदार की लापरवाही सामने आ रही है। दरअसल डैम में लीकेज होने की खबर सामने आने के बाद ही हड़कंप मच गया।
इस खबर के बाद कलेक्टर भी मौके पर स्थिति का जायजा लेने के लिए पहुंचे। आपको बता दें मध्य प्रदेश में लगातार बारिश का सिलसिला चल रहा है। ऐसे में बांध में बारिश का पानी ज्यादा आने की वजह से लीकेज होना शुरू हो गया है। जिसके चलते निचली बस्ती के कई गांव को अलर्ट किया गया है।
साथ ही फोरलेन पर भी यातायात सुविधा को अभी के लिए रोक दिया गया है। इतना ही नहीं ग्राम गुजरी को भी तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है। इसको सही करने के लिए प्रशासन ने तमाम तैयारियां शुरू कर दी है। विभाग का मानना है कि यह सामान्य रिसाव है।
इसलिए इसे जल्द ही ठीक कर लिया जाएगा। इसको लेकर बड़े स्तर पर प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। विभाग के एसडीओ एसके सिद्धकी ने जानकारी देते हुए बताया है कि युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा है। ऐसे में जल्द ही इस पानी को रोकने में सफलता मिल जाएगी। कुछ हद तक तो सफलता भी मिल चुकी है।
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट धार ज़िले के कारम डैम पहुंच रहे हैं। यहां जल संसाधन विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारी एवं जिला प्रशासन के अधिकारीगण द्वारा अपनी देख रेख में बांध में हुए लीकेज से उत्पन्न परिस्थितियों में आपदा प्रबंधन का कार्य किया जा रहा है।