भोपाल : पूर्व मंत्री दीपक जोशी भाजपा का दामन छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले हैं। जिसके लिए आज सुबह ही वो देवास से भोपाल के लिए रवाना हो गए हैं। इससे पहले उन्होंने घर में पूजा-अर्चना करने के बाद उन्होंने अपनी बड़ी बहन से आशीर्वाद लिया और फिर श्री खेड़ापति मंदिर में दर्शन कर वह शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी के साथ अपने कुछ समर्थकों के साथ भोपाल के लिए रवाना हो गए।
भोपाल रवाना होने से पहले उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, “मैं राजनीति को हमेशा खेल की तरह मानता आया हूं।अटल जी को अपना भगवान मानता हूं और मानता रहूंगा और हार-जीत से मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़ता।” आगे उन्होंने कहा कि, “आज भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा हो गई है।” साथ ही, पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि, “ऐश्वर्य और सुख के साधन जुटाए जा रहे हैं। पार्टी बहुत बुरी तरह भटकी हुई है। मैं लगातार जिम्मेदारों को आगाह करता रहा लेकिन जिम्मेदारों को सुनाई नहीं दे रहा था। इसलिए अब हम ईमानदारी को संजोने की राह पर निकल पड़े है।”
कमलनाथ की तारीफ
आज भाजपा का कार्यकर्ता अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहा। इसलिए मैं इनकी आवाज बनकर कांग्रेस में समाहित हो रहा हूं। भ्रष्टाचार, अत्याचार, व्यभिचार की व्यवस्था देने वाली पार्टी को उखाड़ फेंकेंगे। आज प्रदेश की जरूरत है, हम कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व में ऐसी सरकार बनाएंगे जिसका विजन हो। इस दौरान उन्होंने अपने पिताजी की ईमानदारी को बयां करते हुए कहा कि, पिताजी की विरासत को सहेजना है। मेरे पास यही ईमानदारी है। मेरे पिता जी के निधन के समय मुख्यमंत्री रहते हुए कमलनाथ ने मात्र 3 मिनट में स्मारक के लिए भूमि दी थी।
सभी का मिल रहा आशीर्वाद
आगे उन्होंने कहा कि, आज प्रदेश में जनता की स्थिति बहुत भयावह हो गई है। हितग्राही दर-दर भटक रहे हैं, पैसों के लेन-दिन के बिना कुछ भी काम नहीं होता। यही कारण है कि आज मैं भाजपा को छोड़ रहा हूं, जिसने गांधी को नहीं बल्कि गांधी के नोटों अपनाने का प्रयास किया। वहीं, भाजपा से जुड़े लोगों का भी मुझे आशीर्वाद मिल रहा है।