आइये भोपाल के प्राचीन मंदिरों के बारे में आपको बताते हैं

लक्ष्मीनारायण मंदिर

भोपाल शहर में मौजूद सबसे प्रसिद्ध और पवित्र मंदिरों का नाम लिया जाता है तो उस लिस्ट में सबसे ऊपर लक्ष्मीनारायण मंदिर है। इस मंदिर को बिरला मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर में मौजूद भगवान शिव और विष्णु की मूर्ति दर्शन के लिए हर रोज हजारों भक्तों की लाइन लगी रहती है। इस मंदिर के प्रवेश द्वार पर एक विशाल शंख का निर्माण किया गया जो सैलानियों के लिए किसी आकर्षण से कम नहीं है। इस मंदिर परिसर में एक म्यूजियम भी है, जहां घूमने के लिए जा सकते हैं।

गुफा मंदिर

भोपाल शहर में मौजूद ये मंदिर सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है। कहा जाता है कि इसका निर्माण 8वीं शताब्दी से भी पूर्व किया गया था। गुफा में मौजूद शिवलिंग देश के अन्य राज्यों के लोगों के लिए भी आस्था का केंद्र है। यहां हर सोमवार को भक्तों का मेला लगता है। पहाड़ों के भीतर होने के चलते ये मंदिर एक प्रमुख पर्यटन केंद्र भी है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जिस स्थान पर शिवलिंग मौजूद है वो स्थान सात गुफाओं से घिरा हुआ है।

भोजेश्वर मंदिर

भोपाल शहर से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद शिव को समर्पित ये मंदिर भोजपुर मंदिर के नाम से भी प्रसिद्ध है। किंवदंतियों के अनुसार इस स्थान के मूल मन्दिर की स्थापना पांडवों द्वारा की गई मानी जाती है। यहां मौजूद पत्थरों के लेख से मालूम चलता है कि मंदिर के कई हिस्सों का निर्माण 11वीं शताब्दी में भी किया गया है। बेतवा नदी पर मौजूद होने के चलते हर महीने लाखों सैलानी भी घूमने के लिए जाते रहते हैं।

मनुआभान टेकरी

शहर के सबसे ऊंचे स्थानों में से एक मनुआभान टेकरी एक बेहद ही पवित्र स्थल है। यह एक जैन मंदिर है। इस मंदिर को महावीर गिरि के रूप में भी जाना जाता है। इस टेकरी से पूरे भोपाल शहर का मनोरम दृश्य दिखाई देता है। इस मंदिर दर्शन के लिए देश ही नहीं बल्कि विदेशी सैलानी भी आते रहते हैं। इस मंदिर तक सड़क या रोप-वे के भी माध्यम से पहुंचा जा सकता है। इसे अलावा शहर में मौजूद प्रसिद्ध iskcon टेम्पल भी आप घूमने के लिए जा सकते हैं।