दिल्ली के एलजी वीके सेक्सेना आम आदमी पार्टी (आप) के कई नेताओं के खिलाफ लीगल ऐक्शन लेने जा रहे हैं, जिन्होंने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। एलजी दफ्तर के अधिकारियों ने कहा है कि सक्सेना सौरभ भारद्वाज, अतिशी, दुर्गेश पाठक और जैसमीन शाह समेत अन्य नेताओं के खिलाफ लीगल ऐक्शन लेने जा रहे हैं, जिन्होंने उनके खिलाफ बेहद अपमानजनक और भ्रष्टाचार के झूठे आरोप लगाए हैं।
‘आप’ विधायक दुर्गेश पाठक ने सोमवार को विधानसभा में एलजी को भ्रष्ट कहते हुए आरोप लगाया था कि खादी ग्रामोद्योग का चेयरमैन रहते हुए वीके सक्सेना ने 1400 करोड़ रुपए का घोटाला किया। उन्होंने दावा किया था कि मौजूदा एलजी ने नोटबंदी के दौरान घोटाले को अंजाम दिया था। दुर्गेश पाठक के यह कहने के बाद विधायकों ने पोस्टर-बैनर के साथ नारेबाजी शुरू कर दी थी। एलजी को गिरफ्तार करने की मांग के साथ ‘हमारा एलजी चोर है’ जैसे नारे लगाए गए।
अब लीगल ऐक्शन लेंगे एलजी
दुर्गेश पाठक की ओर से आरोप लगाए जाने के बाद आप विधायकों ने विधानसभा में ही रातभर धरना दिया था। पार्टी दूसरे नेताओं ने भी इन आरोपों को दोहराया, जिससे एलजी आहत बताए जाते हैं। एलजी ऑफिस के अधिकारियों ने लीगल एक्शन की पुष्टि की है। माना जा रहा है कि एलजी कुछ नेताओं के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर कर सकते हैं।
पहले से चला आ रहा टकराव
यह सब ऐसे समय पर हो रहा है जब एलजी ऑफिस और आम आदमी पार्टी की सरकार के बीच पहले से टकराव बना हुआ है। एलजी ने दिल्ली में कथित शराब घोटाले और शिक्षा घोटाले में जांच के आदेश दिए हैं। एलजी के आदेश के बाद ही सरकार को शराब नीति को वापस लेना पड़ा है और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सीबीआई जांच के दायरे में आ गए हैं। इन वजहों से एलजी आप के निशाने पर आ गए हैं।
जांच से क्यों भाग रहे एलजी: आतिशी
कथित ऑपरेशन लोटस की जांच की मांग को लेकर सीबीआई हेडक्वॉर्टर पहुंचीं आतिशी से जब इस पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ”पिछले कुछ दिनों से वह कई मुद्दों जांच के आदेश दे रहे हैं, नोटबंदी घोटले पर वह जांच के लिए क्यों तैयार नहीं है। यदि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया तो क्लीन होकर निकल जाएंगे। यह दिखाता है कि एलजी डरे हुए हैं, वह सीबीआई और ईडी की जांच नहीं चाहते हैं। वह जांच से क्यों भाग रहे हैं।”