बीजेपी की चालाकी तो देखो पहले 10 रुपये पेट्रोल में बढ़ाये फिर 9.50 रुपए की कटौती

पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों का सामना कर रहे देशवासियों को केंद्र सरकार ने शनिवार को मामूली राहत दी है। केंद्र सरकार बड़ी चालाकी से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती का ऐलान कर वाहवाही बटोर रही है। पिछले दो महीनों में पेट्रोल की कीमतों में 10 रुपए का इजाफा कर अब साढ़े नौ रुपए की कटौती करने के फैसले पर विपक्ष हमलावर है। विपक्षी दलों ने इसे जनता के साथ धोखा करार दिया है।

केंद्र के ऐलान के बाद कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘वित्त मंत्री जी, आज पेट्रोल की कीमत 105.41 रुपये प्रति लीटर है। आपने कहा है कि कीमतें 9.50 रुपये प्रति लीटर कम होंगी। 21 मार्च 2022 यानी 60 दिनों पहले पेट्रोल की कीमत 95.41 रुपये प्रति लीटर थी। 60 दिनों में आपने पेट्रोल की कीमतें 10 प्रति लीटर बढ़ाईं और अब 9.50 रुपये प्रति लीटर कम कर दीं। लोगों को मूर्ख मत बनाओ।’

सुरजेवाला ने आगे लिखा कि, ‘प्रिय FM, जनता को कितना बेवक़ूफ़ बनाएँगे? आज डीज़ल की क़ीमत है ₹96.67/लीटर।
आज आपने डीज़ल की क़ीमत ₹7 कम की। 21 मार्च, 2022 को सिर्फ़ 60 दिन पहले, डीज़ल की क़ीमत ₹86.67/लीटर थी
60 दिन में आपने पहले डीज़ल की क़ीमत ₹10/लीटर बढ़ा दी और अब ₹7/लीटर घटा दी। क्या फ़ायदा?’

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने मांग की है कि पेट्रोलियम पदार्थों पर Central Excise Tax की जो दर 2014 में थी वही दर लागू की जानी चाहिए। पेट्रोल की क़ीमत ₹20 व डीज़ल ₹26 रूपये कम होनी चाहिए।