मध्य प्रदेश सरकार का पहला बजट आज, जीतू पटवारी ने बीजेपी को घेरा, कहा ‘अपने घाटे को बढ़ाने और नए कर्ज लेने का खुलासा होगा’

भोपाल : आज डॉ. मोहन यादव सरकार अपना पहला पूर्ण बजट प्रस्तुत करने जा रही है। मध्य प्रदेश विधानसभा में मॉनसून सत्र के तीसरे दिन वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा बजट पेश करेंगे। इससे पहले कांग्रेस ने बजट को लेकर सरकार को घेरा है और कहा है कि बीजेपी सरकार के कार्यकाल में एमपी लगातार कर्ज़ में डूबता गया है और इस बार के बजट में भी घाटे और नए कर्ज़ के बारे में ही बताया जाएगा।

बजट से पहले कांग्रेस ने किए सवाल

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने एक्स पर लिखा है कि ‘मध्य प्रदेश सरकार आज बजट पेश कर रही है। इसे यूं भी कहा जा सकता है कि देश के बड़े कर्जदार राज्यों में शामिल मध्य प्रदेश आज अपने घाटे को बढ़ाने और नए कर्ज लेने का खुलासा करने वाला है। यह दौर महंगाई और बेरोजगारी का है। यह समय गांव, गरीब, किसान, मजदूर, महिलाओं से जुड़ी समस्याओं को दूर करने का है. क्या आज पेश होने वाला मध्य प्रदेश का बजट इन पांच बिंदुओं पर बात करेगा?’

किसानों और महिलाओं के लिए क्या प्रावधान होगा ?

उन्होंने कहा कि ‘मध्यप्रदेश के गांव और गरीब अभाव की आदत में जी रहे हैं। बजट के आंकड़े उन्हें देखते तो हैं लेकिन वे बजट के जरिए होने वाले विकास को कभी देखा नहीं पाते हैं। मध्य प्रदेश में ऐसा बीजेपी की हर सरकार में हो रहा है। किसानों के साथ खुली धोखाधड़ी करने वाली बीजेपी..चीख-चीखकर वादा करने के बावजूद गेहूं और धान का मुंह से बोला गया समर्थन मूल्य नहीं दे पाई है। चुनावी सभा में इस बात को वर्तमान मुख्यमंत्री से लेकर वर्तमान केंद्रीय कृषि मंत्री ने भी कई बार बोला है। एक मशहूर कथन है ” जिस दिन महिलाएं अपने श्रम का हिसाब मांगेंगीं, उस दिन दुनिया की सबसे बड़ी चोरी पकड़ी जाएगी!” ये धारणा लाड़ली बहना योजना के संदर्भ में 100% सही है! क्या आज पेश होने वाला बजट ₹3000 प्रतिमाह के प्रावधान को मंजूरी देगा?’

‘उज्जैन को देखने की अभ्यस्त हुई सरकार’

पटवारी ने कहा कि ‘रोजगार गारंटी के नाम पर ब्रह्मांड का सबसे बड़ा झूठ बोलने वाली भाजपा को इस बजट में यह भी बताना होगा कि युवा कल्याण के नाम पर उसका “जुबानी-अपराध” कब तक जारी रहेगा? कब तक वह युवा भविष्य की हत्या का आपराधिक-कृत्य करती रहेगी? मध्य प्रदेश में भी MSME को तबाह करने के बाद क्या इस बजट में भी औद्योगिक विकास के लिए कोई झूठा सपना दिखाया जाएगा? अब सिर्फ उज्जैन को देखने की अभ्यस्त हो गई सरकार की आंखें, उज्जैन के अलावा भी उद्योगों के विकास की बात करेगी? मुझे पूरा विश्वास है कि इस बार भी सरकार के “पेपर-प्लेन” आंकड़ों को लेकर ऊंची उड़ान भरेंगे, लेकिन वे जब जमीन पर लौटेंगे, तो सिर्फ झूठ और कर्ज की कहानी ही सुनाएंगे। सरकार कर्ज लेती रहेगी और घी में नहाती रहेगी! वोट देकर जनता इस बार भी खुद को ठगा हुआ महसूस करती रहेगी।’

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