मध्यप्रदेश : गोविंद सिंह ने कसा मंत्री महेंद्र सिसोदिया पर तंज, कहा- आप कांग्रेस छोड़ने के भुगत रहे पाप…

भोपाल। नेता-प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने मध्यप्रदेश के पंचायत ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिसोदिया पर तंज कसा है उन्होंने कहा कि मंत्री सिसोदिया का मुख्य सचिव द्वारा फोन न उठाना और राजनेताओं और जनप्रतिनिधियों की नौकरशाही द्वारा अपमान करना आम बात हो गई है।डॉ गोविंद सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से अपील करते हुए कहा कि आप प्रदेश में नौकशाही पर लगाम लगाए और अगर आप कोई एक्शन नहीं लेते है तो यही समझा जाएगा कि कही न कही आपका संरक्षण इन अधिकारियों को प्राप्त है। प्रदेश में शासकीयकर्मी और अधिकारी शासकीय आदेशों की अधिकारी धज्जियां उड़ा रहे है। वही डॉ गोविंद सिंह ने मंत्री महेंद्र सिसोदिया पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मैं सिसोदिया जी से कहना चाहता हूं, कि आपने कांग्रेस छोड़कर जो पाप किया है अब आपको यह दिन तो देखने ही पड़ेंगे।

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया नाराज हो गए हैं। दरअसल उनकी नाराजगी की वजह बनी है शिवपुरी के पुलिस अधीक्षक राजेश चंदेल द्वारा की गई कुछ थाना प्रभारियों की नई पदस्थापना। दरअसल प्रशासनिक सुविधा की दृष्टि से शिवपुरी के एसपी राजेश चंदेल ने कुछ थाना प्रभारीयो के प्रभार में परिवर्तन किया और कुछ थाना प्रभारियों को नई पोस्टिंग दे दी। मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया शिवपुरी जिले के प्रभारी हैं और उन्होंने इसे गलत माना और एसपी से पूछा कि बिना जिला योजना समिति की बैठक के तबादले कैसे कर दिए गए। इस पर एसपी ने प्रशासनिक सुविधा का हवाला दिया लेकिन मंत्री जी संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने सीधे कलेक्टर को पत्र लिख दिया।

पत्र में सिसोदिया ने लिखा कि पुलिस अधीक्षक शिवपुरी द्वारा बिना मेरे अनुमोदन के थाना प्रभारियों की पदस्थापना विभिन्न थानों में की गई है जो नियमों के विपरीत होकर स्वेच्छाचारिता का प्रतीक है और संबंधित के खिलाफ यानी एसपी के खिलाफ कार्रवाई प्रस्तावित कर इस कार्यालय को अवगत कराएं। उन्होंने इस पत्र की प्रति केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के निजी सचिव और अपर मुख्य सचिव गृह विभाग की और भेज दी।महेंद्र सिंह सिसोदिया ज्योतिरादित्य सिंधिया के कट्टर समर्थक हैं और उन्हीं के समर्थन में भाजपा का दामन थामा है। इसके बाद जब भोपाल में पत्रकारों ने महेंद्र सिंह सिसोदिया से बात की तो उन्होंने पूरे प्रशासन को ही निरंकुश बना दिया और निरंकुश शासन की बात की। उन्होंने मुख्य सचिव को निरंकुश बताते हुए कहा कि इतना अच्छा मुख्यमंत्री मिलने के बावजूद शासन निरंकुश क्यों है। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति डुप्लीकेसी से काम करता है वह मेरा सबसे बड़ा शत्रु है। अब इस इस मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष ने अपना बयान जारी किया है। 

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