भोपाल : मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का बजट पेश किया। इस बजट में मध्य प्रदेश के लिए सीधे तौर पर कोई सौग़ात नहीं मिली है लेकिन कई बेनिफिट स्कीम का लाभ प्रदेश को ज़रूर मिलेगा। हालाँकि उम्मीद की जा रही थी कि सिंहस्थ को लेकर बड़ा पैकेज घोषित हो सकता है और अन्य परियोजनाओं के लिए भी कुछ मिल सकता है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब मध्य प्रदेश कांग्रेस ने बजट को लेकर कहा है कि लोकसभा की सभी 29 सीट जीतने के बाद भी प्रदेश की उपेक्षा की गई है और जनता बीजेपी को इसका सबक़ सिखाएगी।
मध्य प्रदेश के हिस्से नहीं आया कुछ ख़ास
केंद्रीय बजट में मध्य प्रदेश की झोली ख़ाली रह गई है। उसके हिस्से ऐसा कुछ नहीं आया जो ख़ास हो। बेनिफिट स्कीम से जो लाभ मध्य प्रदेश को मिलेगा, वो अन्य राज्यों को भी मिलेगा ही। जबकि विधानसभा चुनाव में बंपर जीत और लोकसभा चुनाव में सभी 29 सीटें बीजेपी के खाते में जाने के बाद उम्मीद की जा रही थी कि एमपी के लिए कुछ ख़ास घोषणाएँ हो सकती हैं। मगर इसे लेकर मध्य प्रदेश को निराशा ही मिली है।
कांग्रेस ने केंद्र सरकार को घेरा
इसे लेकर अब मध्य प्रदेश कांग्रेस ने कहा है कि ये उपेक्षा प्रदेश की जनता कभी स्वीकार नहीं करेगी। पार्टी ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से लिखा है कि ‘मध्यप्रदेश ने बीजेपी को 29 सांसद दिये, बदले में बीजेपी सरकार ने मध्यप्रदेश को क्या दिया ? मोदी सरकार के लिये मध्यप्रदेश प्राथमिकता वाला राज्य नहीं रहा, क्योंकि नरेंद्र मोदी और बीजेपी को लगता है कि मध्यप्रदेश की जनता तो कुछ नहीं करने पर भी हमें वोट दे ही देगी। मोदी जी, अब भ्रम में मत रहना, जनता ने आपको 29/29 देकर देख लिया, अब मध्यप्रदेश की जनता सबक़ सिखाने के रास्ते पर चलेगी।’ कांग्रेस के आला नेता पहले ही इस बजट को निराशाजनक बता चुके हैं। एक दिन पहले कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अपना सिंहासन बचाने के लिए ये बजट लाया गया है मोदी सरकार का बजट अपने गठबंधन के साथियों को ठगने के लिए आधी-अधूरी “रेवड़ियां” बाँट रहा है, ताकि NDA बची रहे। उन्होंने कहा कि ये “देश की तरक्की” का बजट नहीं, “मोदी सरकार बचाओ” बजट है।