भोपाल : मध्य प्रदेश में बीते कुछ दिनों में चीतों की मौत और आईडी कॉलर से लगी चोट के कारण घायल हुए चीतों की खबरों के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीता परियोजना की समीक्षा करने वाले हैं। दिल्ली में आयोजित की गई इस बैठक में मध्यप्रदेश के अधिकारियों को भी तलब किया गया है। कहा जा रहा है कि इस मीटिंग के दौरान चीतों को दूसरे प्रदेश में शिफ्ट किए जाने की बात पर भी चर्चा हो सकती है। साथ ही किस तरह से इन्हें संरक्षण दिया जाए ये भी अहम मुद्दा होने वाला है।

चीतों को किया जाएगा शिफ्ट?
श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में रखे गए सीटों पर लगातार खतरा मंडरा रहा है। यहां पर चीता प्रोजेक्ट के तहत निमिबिया से चीते लाए गए थे। 4 महीने में 8 चीतों की मौत हो चुकी है और कई सीमा पार कर दूसरी ओर चले गए हैं। ऐसे में क्या प्रदेश का वातावरण उनके लिए अनुकूल नहीं है यह एक बड़ा सवाल है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इन चीतों को दूसरे राज्य में शिफ्ट करने की बात पर आज की बैठक में चर्चा हो सकती है। हालांकि, केंद्र की ओर से वन्यजीव विशेषज्ञों की टीम को कूनो नेशनल पार्क भेजा गया है। इस टीम में अलग-अलग राज्यों से अधिकारियों का चयन कर उन्हें एक साथ मध्यप्रदेश भेजा गया है। वहीं पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव को लगातार कूनो पर निगरानी रखने का काम सौंपा गया है।
तीन चीते इन्फेक्टेड
बीते चार महीने में 8 सीटों की मौत हो जाने के साथ पार्क में तीन चीजें ऐसे हैं, जिन्हें इंफेक्शन हो गया है। वन विभाग द्वारा इसकी पुष्टि की गई है। 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां पर 8 चीतों को छोड़ा था। इसके बाद 18 फरवरी को 12 चीते साउथ अफ्रीका से लाए गए थे। कुल मिलाकर यहां पर 20 चीते थे, जिनमें 8 की मौत हो गई है, जिसमें शावक भी शामिल थे।
सीएम शिवराज ने की समीक्षा
चीता प्रोजेक्ट में लगातार आ रही दिक्कतों के चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी मंगलवार को समीक्षा बैठक का आयोजन किया। जिसमें वन अधिकारियों को प्रत्येक निर्णय का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही वन रक्षकों के जो 20 पद कूनो नेशनल पार्क में रखते हैं उन्हें भरकर पार्क से सटे हुए पोहरी वन मंडल के 125 किलोमीटर वर्ग क्षेत्र को चीता प्रबंधन क्षेत्र में शामिल करने के निर्देश दिए गए हैं।