इंदौर : मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर शहर में भवर कुआं चौराहे से लेकर तेजाजी नगर बायपास तक नगर निगम द्वारा सड़क का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है। वहीं बायपास के उसे तरफ के कुछ हिस्सों में काम शुरू कर दिया गया है। यह कार्य इंदौर इच्छापुर हाईवे के लिए किया जा रहा है। लेकिन अभी भेरूघाट वाले क्षेत्र में राजस्व विभाग की तकनीकी समस्या के चलते जमीन अधिग्रहण अटक गया है।
इस वजह से हाईवे के एक हिस्से में भू अर्जन के काम में बाधा आ रही है। इस समस्या को निपटने के लिए पटवारी, आर आई और तहसीलदार द्वारा मौके पर पहुंचकर कई प्रयास किए गए लेकिन बात नहीं बन पाई। दरअसल, जमीनों के खसरा नंबर और नक़्शे में अंतर आ गया, जिसकी वजह से किसानों ने अधिकारियों को वापस लौटा दिया।
ये है इंदौर इच्छापुर हाईवे का पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, इंदौर- ईच्छापुर हाईवे मार्ग में जिल की सीमा में चोरल रेंज में वनविभाग की जमीन का सीमांकन कर जमीन अधिग्रहण की जा चुकी है। वहीं 27 किलोमीटर की सड़क राजस्व सीमा में है और इस क्षेत्र की जमीनों के खसरे नंबर और नक्शे में मिलान नहीं हो पा रहा है।
इस वजह से जमीन अधिग्रहण का काम बाधित हो रहा है। जब तक खसरे और नक्शे का मिलान नहीं होगा जमीन का अधिग्रहण नहीं हो सकेगा। इसी से निपटने के लिए पिछले हफ्ते पटवारी, राजस्व निरीक्षक, तहसीलदार और कंपनी के कुछ अधिकारी किसानों से बात करने के लिए गए थे लेकिन किसानों ने विरोध जताया और सभी को वापस खाली हाथ लौटा दिया।
जब्कि शहरी क्षेत्र में जमीन अधिग्रहण का काम हो चुका है। बस अब सड़क का निर्माण किया जा रहा है। वहीं वन क्षेत्र में भी जमीन का सीमांकन कर कार्रवाई पूरी की जा चुकी है। लेकिन भेरूघाट क्षेत्र में तकनीकी समस्या के चलते जमीन अधिग्रहण में समस्या आ रही है।