मकर संक्रांति पर उबटन से स्नान करेंगे  महाकालेश्वर, उज्जैन के मंदिर में होगी विशेष सजावट…

उज्जैन :  विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में हर त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। 15 जनवरी को आने वाला मकर संक्रांति का त्योहार भी यहां उसी उल्लास के साथ मनाया जाएगा। इस दिन बाबा को तिल्ली के उबटन से स्नान कराने के बाद तिल्ली के पकवानों का भोग लगाकर विशेष आरती की जाएगी। मकर संक्रांति के मौके पर हमेशा ही मंदिर में खास सजावट भी की जाती है। इस बार भी रंग बिरंगी पतंगों से मंदिर परिसर को सजाया जाएगा। गर्भगृह और नंदी हॉल में यह का सजावट होगी। इसके अलावा श्री कृष्ण की शिक्षा स्थली सांदीपनि आश्रम में भी विशेष उत्सव मनाया जाने वाला है साथ ही शिप्रा तट पर पर स्नान भी किया जाएगा।

महाकालेश्वर के आंगन से शुरू होने वाले मकर संक्रांति के पर्व में सबसे पहले बाबा महाकाल को उबटन से स्नान करवाने के बाद विशेष श्रंगार कर आरती की जाएगी। सर्दी का मौसम होने की वजह से बाबा को इन दिनों वैसे भी गर्म जल से स्नान करवाया जा रहा है। इस दिन भी स्नान के बाद सूखे मेवे और भांग से विशेष श्रृंगार होगा। इसके पश्चात बाबा को तिल्ली के पकवानों का भोग लगाया जाएगा।

सांदीपनि आश्रम में 14 और 15 जनवरी दोनों दिन मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा। लोक परंपरा और शास्त्रीय मान्यता के अनुसार ही यहां पर 2 दिन यह पर्व मनाने का फैसला लिया गया है। दोनों दिन श्रीकृष्ण का तिल युक्त जल से अभिषेक पूजन करने के बाद वस्त्र धारण करवाए जाएंगे और तिल्ली के 5 पकवानों का भोग लगाकर आरती की जाएगी। मंदिर में पतंग से सजावट भी की जाएगी।

ज्योतिष के मुताबिक 14 जनवरी को रात 8:50 पर सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे। यही वजह है कि शास्त्रीय दृष्टिकोण से 15 जनवरी को संक्रांति का त्योहार मनाया जाने वाला है। इस दिन पर तीर्थ स्नान और दान पुण्य का विशेष महत्व माना जाता है। उज्जैन में मोक्षदायिनी मां शिप्रा में स्नान करने के लिए इस दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जाती है। स्नान के बाद मंदिर में दर्शन कर दान भी दिया जाता है।

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