इन्दौर: मध्यप्रदेश में लापरवाह अधिकारी कर्मचारियों पर कार्रवाई का सिलसिला जारी है। पंचायतों में काम करने के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। जिस पर अब प्रशासन गंभीर हो गया है। मंगलवार को जिला पंचायत की बैठक में अध्यक्ष और सदस्यों द्वारा इस रवैया को लेकर सवाल खड़े किए गए थे। बुधवार को जिला पंचायत के सीईओ ऋतुराज ने जनपद पंचायत बैरसिया के ग्राम पंचायतों का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान पंचायतों में व्यवस्था देखने के बाद लापरवाही बरतने वाले सचिव को निलंबित किया गया है। साथ ही उपयंत्री को 10000 रूपए के अर्थदंड की कार्रवाई की गई है। राजधानी भोपाल में लापरवाही बरतने पर सचिव सुनील सिंह को निलंबित किया गया है जबकि नजीराबाद के सचिव जयराम मीणा और सचिव वीर सिंह के खिलाफ 15 दिन के वेतन रोकने की कार्रवाई की गई है। उपयंत्री अनिल रामटेक और उपयंत्री संदीप सक्सेना को 10000 के अर्थदंड से दंडित किया गया है।
5 शिक्षकों की एक-एक वेतन वृद्धि पर रोक
एक अन्य कार्रवाई गुना जिले में की गई है। शासकीय उत्कृष्ट माध्यमिक विद्यालय नयागांव का कलेक्टर द्वारा बुधवार को निरीक्षण किया गया। इस दौरान स्कूल के समय से पहले ही स्कूल में छुट्टी हो चुकी थी। वही स्कूल में ताला लगा हुआ था। जिस पर कलक्टर ने मौके पर ही हेड मास्टर को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही 5 शिक्षकों की एक-एक वेतन वृद्धि रोकने के भी आदेश जारी किए गए हैं। हेड मास्टर राम सिंह भूरिया को निलंबित किया गया है। इसके अलावा करण लाल सहरिया, लक्ष्मी चिडार, राम कल्याण बैरागी, रेखा बैरागी और महेश कुमार कसेरा की एक-एक वेतन वृद्धि रोक दी गई है।
इसके अलावा एक अन्य कार्रवाई छिंदवाड़ा जिले में की गई है। सहायक आयुक्त सत्येंद्र सिंह मरकाम द्वारा जिले के विकास खंड के प्राथमिक शिक्षक और एक सहायक अध्यापक सहित पूर्व सूचना के अनुपस्थित रहने पर अन्य शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।
सहायक आयुक्त द्वारा स्कूल का निरीक्षण किया गया। इस दौरान शासकीय प्राथमिक शाला के प्राथमिक शिक्षक कृष्ण कुमार धुर्वे और शासकीय प्राथमिक शाला सहायक अध्यापक अनक लाल मसराम सहित प्राथमिक शिक्षक अटल बिहारी भारती को लापरवाही और उदासीनता बरतने पर निलंबित किया गया है।
नोटिस जारी
एक अन्य कार्रवाई बड़वानी जिले में की गई है। विधानसभा बड़वानी के निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी घनश्याम धनगर द्वारा निर्वाचन कार्य में लापरवाही बरतने पर 39 सुपरवाइजर और 33 बीएलओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था।
3 दिन में इन कर्मचारियों से स्पष्टीकरण की मांग की गई थी। जिसमें 3 बीएलओ द्वारा जवाब नहीं दिए जाने के साथ ही कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने 3 बीएलओ को निलंबित कर दिया है। बीएलओ रोशन नरगावे, गार सिंह पटेल और मोहनलाल गहलोत को तत्काल प्रभाव से निलंबित किए जाने की कार्रवाई पूरी की गई है।
एक अन्य कार्रवाई बालाघाट जिले में की गई है। आबकारी विभाग के नीलाम किए गए राजसात वाहनों की ऑफसेट प्रेस का आकलन कम दर पर करने के कारण लोक निर्माण विभाग के उपयंत्री शेख मोहसीन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
एक अन्य कार्रवाई उमरिया जिले में की गई है। जहां उमरिया के जिला पंचायत सीईओ इला तिवारी द्वारा शासकीय योजना में भ्रष्टाचार और लापरवाही बरतने पर 8 ग्राम पंचायत सचिव को निलंबित किया गया है। पंचायत मानपुर क्षेत्र के 8 सचिव को प्रधानमंत्री आवास पूर्ण नहीं करने के कारण यह कार्रवाई की गई है। इससे पहले उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। जहां जवाब नहीं मिलने के बाद उन पर यह कार्रवाई हुई है।
वहीं एक अन्य कार्रवाई भिंड जिले में देखने को मिली। कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी सतीश कुमार द्वारा फोटो निर्वाचक नामावली पुनरीक्षण कार्य में लापरवाही बरतने पर बीएलओ निरंजन सिंह गुर्जर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा कलेक्टर द्वारा बीएलओ गिर्राज शर्मा के कार्य में लापरवाही बरतने पर उनके 10 दिन के वेतन काटने के निर्देश दिए गए हैं।
एक अन्य कार्रवाई इंदौर जिले में की गई है। इंदौर शहर के नगर निगम को संपत्ति कर में निर्धारित सरचार्ज से ज्यादा छूट दिए जाने पर 45000 का नुकसान हो गया है। इसको लेकर 23 से ज्यादा अधिकारी और कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में अनियमितता की गड़बड़ी की जांच की गई। जिस पर दोहरा सहायक राजस्व अधिकारी अतुल मिश्रा और हरीश के साथ 12 अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। 9 कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर दी गई।