भोपाल : मध्य प्रदेश में 2023 के आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी में कांग्रेस लगी हुई है। 2018 के चुनाव में कांग्रेस सर्वे के आधार पर टिकट बांटी थी। और इस बार भी पार्टी का कहना है कि सर्वे के ही आधार पर टिकट का बंटवारा होना है। इसके लिए पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ के निर्देश पर पार्टी में सर्वे चल रहा है। लेकिन इस सर्वे को लेकर एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है।
दरअसल कांग्रेस के इस सर्वे पर ठगों की नजर है। कई मामले ऐसे सामने आए हैं जहां नेताओं को टिकट दिलाने के नाम पर पैसों की मांग की गई है। जो नेता टिकट पाने के लिए व्याकुल बैठा है उन सभी पर लगातार टारगेट किया जा रहा है। खुद को सर्वे करने वाला अधिकृत व्यक्ति बताकर नेताओं से पैसे की डिमांड की जा रही है।
वहीं जिसके बाद कुछ नेताओं ने इसकी शिकायत प्रदेश कांग्रेस कमेटी से क। और इससे ठगी का खुलासा हुआ। इस खुलासे के बाद पार्टी की तरफ से नेताओं को सावधान रहने की हिदायत दी गई है। नेताओं से कहा गया है कि सर्वे के नाम पर रुपए ऐंठने वालों से सावधान रहें।
इस मामले के सामने आने के बाद कांग्रेस ने एक एडवाइजरी जारी की हैं। जिसके अनुसार नेताओं से कहा है कि सर्वे के लिए स्थानीय स्तर पर कोई एजेंसी अधिकृत नहीं है। सर्वे प्रक्रिया पूरी तरह से गोपनीय एजेंसी द्वारा कराई जा रही है। पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ के निर्देश पर 2023 के विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण के लिए सर्वे किया जा रहा है।
राजनीतिक पंडितों की माने तो आगामी चुनाव को देखते हुए इस सर्वे काफी महत्वपूर्ण होता है। और अभी इस सर्वे में जिन विधायकों का प्रदर्शन कमजोर रहा है, उन्हें पार्टी की तरफ से चेतावनी दे दी गई है। इन सभी कमजोर नेताओं को जनता से मिलना, सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने और अपने विधानसभा क्षेत्र में सक्रियता बढ़ाने के निर्देश दे दिए गए हैं।