नई दिल्ली : आज बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक बुलाई गई है। इसमें कई अहम प्रस्तावों पर चर्चा के बाद मंजूरी दी जाएगी।संभावना है कि इस बैठक में किसानों को एक और बड़ा तोहफा मिल सकता है। केन्द्र की मोदी सरकार किसानों की आय को बढ़ाने के लिए रबी फ़सलों पर एमएसपी बढ़ाने का फैसला कर सकती है।चर्चा तो ये भी है कि इस साल सरकार की तरफ से बोनस का भी ऐलान किया जा सकता है।
14 फसलों की MSP बढ़ाने पर हो सकता है फैसला
पीएम किसान योजना की 17वीं किस्त जारी होने के बाद आज शाम को होने वाली कैबिनेट बैठक में 14 फसलों की एमएसपी रिवीजन पर चर्चा की जा सकती है। इसमें खरीफ फसलों के MSP में बढ़ोतरी का प्रस्ताव दालों का उत्पादन बढ़ाने के लिए एमएसपी में 10% तक की बढ़ोतरी हो सकती है। तुअर और उड़द दाल पर 10 फीसदी और सोयाबीन के साथ सनफ्लावर ऑयल में 5 से 7% तक का इजाफा हो सकता है।इसके लिए CACP ने मोदी सरकार को अपनी सिफारिश भी सौंपी है ।
पिछली साल इतनी की गई थी वृद्धि
बीते साल अक्टूबर 2023 में मार्केटिंग सीजन 2024-25 के लिए सभी अनिवार्य रबी फसलों के लिए एमएसपी में वृद्धि को मंजूरी दी गई थी।इसमें मसूर के लिए 425 रुपये प्रति क्विंटल, रेपसीड और सरसों के लिए 200 रुपये प्रति क्विंटल, गेहूं के लिए 150 रुपये प्रति क्विंटल और जौ चने के लिए क्रमश: 115 रुपये प्रति क्विंटल और 105 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी को मंजूरी दी गई थी, ऐसे में गेहूं का दाम 2275 रुपये प्रति क्विंटल तो सरसों का दाम 5650 रुपये प्रति क्विंटल हो गया था।मार्केटिंग सीजन 2024-25 के लिए रबी फसलों के लिए एमएसपी में वृद्धि केंद्रीय बजट 2018-19 की घोषणा के अनुरूप की गई थी।
सरकार हर साल तय करती है एमएसपी
गौरतलब है कि सीएसीपी (CACP) कृषि मंत्रालय तहत काम करने वाला आयोग है और यह 23 फसलों की MSP को लेकर सिफारिश जारी करता है।कृषि लागत और मूल्य आयोग (CACP) की सिफारिश के आधार पर ही केन्द्र सरकार हर साल 23 फसलों के लिए एमएसपी की घोषणा करती है। CACP के तहत 7 अनाज, 5 दाल, 7 तिलहन और 4 कमर्शियल फसलें आती हैं। अनाज में मक्का, ज्वार, बाजरा, धान, गेहूं, जौ और रागी के अलावा पांच दाल में मूंग, अरहर, चना, उड़द और मसूर आती है। इसके अलावा 7 तिलहन के अंदर सोयाबीन, तिल, सूरजमुखी, कुसुम, मूंगफली, तोरिया-सरसों, और नाइजर बीज के अलावा 4 कमर्शियल फसल कपास, खोपरा, गन्ना और कच्चा जूट आदि हैं।