भोपाल : विधानसभा चुनावों से पहले चंबल अंचल के मुरैना और श्योपुर को शासन की तरफ से बड़ी सौगात मिली है। दोनों जिलों में विद्युत अधो-संरचना को सुदृढ़ करने एवं विद्युत हानियों को कम करने के लिए कुल 284 करोड़ स्वीकृत किये गए हैं । इस राशि से जिलों में विद्युत् सुधार का काम किया जायेगा जिससे उपभोक्ताओं को बिजली गुल होने की शिकायत से निजात मिल जाएगी।
मुरैना जिले की विद्युत अधो-संरचना को सुद्दढ़ करने 141 करोड़ रुपये स्वीकृत
मुरैना जिले के विद्युत अधो-संरचना को सुदृढ़ करने एवं विद्युत हानियों को कम करने के लिए 141 करोड़ रुपये स्वीकृति किये गये हैं। इसमें केन्द्र सरकार द्वारा रिवेपंड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (आरडीएसएस) के प्रथम चरण में 129 करोड़ रुपये और प्रदेश सरकार द्वारा 12 करोड़ रुपये स्वीकृत किये गये हैं।
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बताया कि स्वीकृत राशि से किये जाने वाले कार्यों में 22 किलोमीटर 132 केव्ही अति उच्च दाब लाइन का निर्माण, 5 नवीन 33/केव्ही उपकेंद्र निर्माण, वोल्टेज व्यवस्था के सुधार के लिए 34 स्थानों पर कैपेसिटर बैंक स्थापना, तीन 33/11 केव्ही उपकेंद्रों में क्षमता वृद्धि और अतिरिक्त पॉवर ट्रांसफॉर्मर स्थापना, 294 वितरण ट्रांसफार्मर स्थापना, 213 किलोमीटर निम्न दाब लाइनों का केबलिंग कार्य एवं 495 किलोमीटर 33 तथा 11 केव्ही उच्च दाब फीडरों के निर्माण कार्य शामिल हैं। इससे मुरैना जिले की लगभग 20 लाख की जनसंख्या लाभान्वित होगी। साथ ही आगामी 10 वर्षों की विद्युत माँग की पूर्ति हो सकेगी।
श्योपुर जिले की विद्युत अधोसंरचना को सुदृढ़ करने 143 करोड़ स्वीकृत
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बताया है कि श्योपुर जिले की विद्युत अधोसंरचना को सुदृढ़ करने एवं विद्युत हानियों को कम करने के उद्देश्य से 143 करोड़ रुपये स्वीकृत किये गये हैं। इसमें से भारत सरकार द्वारा रिवेंपड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (आरडीएसएस) के प्रथम चरण में 117 करोड़ रुपये के कार्य स्वीकृत किये गए हैं। इसके अतिरिक्त मध्य प्रदेश सरकार द्वारा स्वयं के बजट से प्रणाली सुदृढ़ीकरण योजना के माध्यम से विद्युत अधोसंरचना कार्यों के लिए 26 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं।
ऊर्जा मंत्री ने बताया है कि स्वीकृत राशि से कराये जाने वाले कार्यों में 132 के.व्ही. उपकेंद्र में अति उच्च दाब पॉवर ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि, 70 किलोमीटर 132 के.व्ही. अति उच्च दाब लाइन का निर्माण, 6 नवीन 33/के.व्ही. उपकेंद्र निर्माण, वोल्टेज व्यवस्था के सुधार के लिए 42 स्थानों पर कैपेसिटर बैंक स्थापना, उन्नीस 33/11 के.व्ही. उपकेंद्रों में क्षमता वृद्धि और अतिरिक्त पॉवर ट्रांसफॉर्मर स्थापना, बीस 11 के.व्ही. फीडरों का विभक्तिकरण कार्य, 88 वितरण ट्रांसफार्मर स्थापना, 139 किलोमीटर निम्न दाब लाइनों का केबलिंग कार्य एवं 1006 किलोमीटर 33 तथा 11 के.व्ही. उच्च दाब फीडरों का निर्माण कार्य सम्मिलित हैं। इससे श्योपुर जिले की लगभग 7 लाख की जनसंख्या लाभान्वित होगी तथा आगामी 10 वर्षों की विद्युत मांग की सफलतापूर्वक पूर्ति हो सकेगी।