भोपाल : जुलाई से पहले दक्षिण पश्चिम मानसून ने पूरे मध्यप्रदेश को कवर कर लिया है। पिछले 24 घंटों में कई जिलों में झमाझम बारिश हुई । आज शुक्रवार को भी भोपाल, ग्वालियर समेत 11 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। वही इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन समेत जिलों में आंधी, गरज-चमक और बादल छाए रहेंगे।अधिकांश स्थानों में तापमान 34-42 डिग्री के बीच रहेगा।अगले 2 दिन 29 और 30 जून को भी कई जिलों में आंधी-बारिश का दौर जारी रहेगा। आने वाले दिनों में प्रदेश के सभी हिस्सों में बारिश की गतिविधियों में तेजी के आसार है।
आज इन जिलों में बारिश का अलर्ट
- बालाघाट, सिवनी और पंढुर्ना/पेंच में मध्यम गरज के साथ बारिश जारी रहने की संभावना है।
- बुरहानपुर, बैतूल, रायसेन, अनूपपुर, नर्मदापुरम, देवास, नीमच, मैहर, कटनी, सतना, उमरिया, छिंदवाड़ा, मंडला/कान्हा और डिंडोरी में गरज के साथ हल्की बारिश ।
- रतलाम, उज्जैन, मंदसौर जिलों में अति भारी बारिश तो अलीराजपुर, झाबुआ, धार, आगर, मालवा और नीमच जिलों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश । इन जिलों में वज्रपात , आंधी चलने की चेतावनी।
- श्योपुर कलां, कूनो, शिवपुरी, गुना, मंदसौर, छतरपुर और खजुराहो में बिजली के साथ मध्यम से तीव्र बारिश।
- आगर, नीमच, गांधी सागर अभयारण्य, अशोकनगर, ग्वालियर और मुरैना में बिजली के साथ मध्यम बारिश ।
- दतिया, रतनगढ़, बुरहानपुर, रतलाम, धोलावाड, उज्जैन, झाबुआ, पन्ना, दमोह, टीकमगढ़, राजगढ़, खंडवा, उत्तरी विदिशा, देवास, भिंड, धार, मांडू, इंदौर, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, महेश्वर, सागर, निवारी, ओरछा, जबलपुर, मैहर, सतना, भेड़ाघाट, कटनी, बालाघाट, दक्षिण सिवनी और डिंडोरी में बिजली के साथ हल्की आंधी आने की संभावनाएं हैं।
मौसम का पूरे हफ्ते का ताजा हाल
मध्य प्रदेश के मौसम विभाग के अनुसार, मानसून पूरे प्रदेश में सक्रिय हो चुका है और वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ), ट्रफ लाइन और साइक्लोनिक सर्कुलेशन समेत कई मौसम प्रणालियां भी सक्रिय हो गई है, ऐसे में अगले तीन दिन अधिकतम जिलों में भारी बारिश जारी रहेगी।खास करके ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, विदिशा, सागर में तेज बारिश होने की संभावना हैं।वही भिंड, मुरैना, सिंगरौली, सतना, रीवा के साथ नॉर्थ के कई जिलों में शनिवार और रविवार को भारी बारिश होने के आसार है।
मानसून के साथ कई मौसम प्रणालियां है सक्रिय
- वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास द्रोणिका के रूप में बना हुआ है। गुजरात के मध्य में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना है। इस चक्रवात से लेकर बिहार तक एक द्रोणिका लाइन बनी हुई है।
- राजस्थान के मध्य में हवा के ऊपरी भाग में भी एक चक्रवात है। महाराष्ट्र से केरल तक एक द्रोणिका बनी हुई है। अरब सागर से लेकर विदर्भ होते हुए बंगाल की खाड़ी तक भी एक द्रोणिका बनी हुई है।उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बन गया है।
- इन सभी मौसम प्रणालियों से अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के चलते प्रदेश में अच्छी वर्षा का सिलसिला शुरू हो गया है। विशेषकर भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, उज्जैन, इंदौर संभाग के अधिकतर जिलों एवं ग्वालियर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश भी हो सकती है, शेष जिलों में भी गरज-चमक के साथ वर्षा के आसार हैं।
मध्य प्रदेश में कब कहां पहुंचा मानसून?
- सबसे पहले 21 जून को मानसून प्रदेश के 6 जिलों- पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी, अनूपपुर में पहुंचा ।
- 23 जून को राजधानी भोपाल, इंदौर, उज्जैन, अलीराजपुर, सीहोर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल, बड़वानी, धार, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, देवास, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, जबलपुर, सागर, दमोह, कटनी, उमरिया, शहडोल, सीधी और सिंगरौली में।
- 25 जून को झाबुआ, रतलाम, नीमच, मंदसौर, आगर, शाजापुर, राजगढ़, गुना, शिवपुरी, अशोकनगर, टीकमगढ़, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, छतरपुर, पन्ना पहुंचा।
27 जून को ग्वालियर, श्योपुरकलां, भिंड, मुरैना, दतिया औ निवाड़ी जिले में मानसून पहुंचा।
आज 28 जून को दक्षिण-पश्चिम माॅनसून मध्य प्रदेश के मऊगंज तथा सीधी और सिंगरौली के उत्तरी हिस्सों में प्रवेश करते हुए पूरे मध्य प्रदेश सक्रिय हो गया है।