भोपाल : भोपाल में पटवारी भर्ती परीक्षा में चयनित पटवारियों पर एफआईआर दर्ज होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि प्रदेश सरकार चोरी उसपर सीनाजोरी कर रही है। उन्होने कहा कि पहले तो उन्हें लात घूंसों से पिटवाया और फिर अब कईयों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अगर शिवराज सरकार इनपर दर्ज मुकदमे वापस नहीं लेगी तो कांग्रेस की सरकार बनने पर ये सारे मुकदमें वापस लिए जाएंगे। इसी के साथ उन्होने प्रदेश में बिजली कटौती को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वो ऐसे पहले व्यक्ति हैं जो बिजली को भी झटका दे रहे हैं।
मुकदमे वापस लेने का वादा किया
दरअसल रविवार को भोपाल में पटवारी परीक्षा भर्ती परीक्षा में चयनित अभ्यर्थी नियुक्ति की मांग को लेकर धरने पर बैठे थे। लेकिन इन्हें हटाने के दौरान पुलिस ने इनपर लात घूंसे चलाए। इसके बाद अब करीब 200 अज्ञात अभ्यर्थियों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। इस मामले में जहांगीराबाद पुलिस खुद फरियादी बनी है। इस मामले पर कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा कि ‘भोपाल में कल जिस तरह से चयनित पटवारियों को शिवराज सरकार ने पुलिस से लात घूंसों से पिटवाया और बहन बेटियों तक को नहीं छोड़ा और फिर उनमें से बहुत से चयनित पटवारी के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर दिया, वह सरासर चोरी और सीनाजोरी का मामला दिखता है।’
‘पटवारी भर्ती परीक्षा में जिस कॉलेज में सबसे ज्यादा धांधली हुई वह भारतीय जनता पार्टी से जुड़े विधायक का है। इस घोटाले में सत्ता से जुड़े अन्य लोग भी संदिग्ध हैं। लेकिन इन आरोपियों पर कोई कार्रवाई करने की जगह उन योग्य अभ्यर्थियों के ऊपर जुल्म ढाया जा रहा है और मुकदमे लगाए जा रहे हैं जिन्होंने योग्यता के बल पर परीक्षा पास की। शिवराज जी आपका कमीशन राज मध्य प्रदेश के भविष्य को अंधकार में डाल रहा है और युवा इस बात को अच्छी तरह समझ रहे हैं। आप जिन नौजवानों पर अत्याचार कर रहे हैं, वे आपसे इसका पूरा हिसाब लेंगे। मैं चयनित पटवारियों को भरोसा दिलाता हूं कि अगर शिवराज सरकार आपसे मुकदमे वापस नहीं लेती और आपके साथ न्याय नहीं करती तो कांग्रेस सरकार में आपके मुकदमे वापस लिए जाएंगे और आपके साथ न्याय किया जाएगा।’
बिजली कटौती को लेकर सीएम शिवराज पर कटाक्ष
वहीं उन्होने प्रदेश में बिजली कटौती को लेकर भी शिवराज सरकार को घेरा है। उन्होने कहा कि ‘शिवराज जी दुनिया के पहले आदमी हैं जो बिजली को भी झटका दे रहे हैं। जब प्रदेश में सामान्य परिस्थितियां थीं तो मुख्यमंत्री यह कहते नहीं थकते थे कि मध्य प्रदेश में सरप्लस बिजली है और आज जब वाकई बिजली की आवश्यकता है तब शिवराज जी ने पूरे प्रदेश और विशेष कर ग्रामीण क्षेत्र को बिजली कटौती के अंधकार में झोंक दिया है। अब मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि हम बिजली खरीदना चाहते हैं लेकिन बिजली मिल नहीं रही है। मुख्यमंत्री जी मानसून का पूर्वानुमान अप्रैल से ही आना शुरू हो जाता है। प्रदेश में कम वर्षा होगी इसकी जानकारी कोई सितंबर में नहीं लगी है। आप आग लगने पर कुआं खोदने का अभिनय कर रहे हैं। बिजली संकट अल्प वर्षा के कारण नहीं बल्कि सरकार की लापरवाही, अक्षमता और अदूरदर्शिता के कारण आया है।’