MP : साइकल के 18 और मकान के लिए 712 रुपए का भत्ता…कॉन्स्टेबल ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को लेटर लिखकर दिया हिसाब और पूछे सवाल…

अशोकनगर : सीएम शिवराज सिंह चौहान के नाम अशोकनगर में पदस्थ एक कॉन्स्टेबल का पत्र वायरल हो रहा है। इस पत्र में कॉन्स्टेबल ने पुलिस की समस्याओं का जिक्र करते हुए, अपनी पीड़ा बताई है। साथ ही मकान किराया, साइकल भत्ता की दर बढ़ाए जाने की मांग भी की है। वायरल पत्र में कॉन्स्टेबल ने लिखा है कि पुलिस अन्य विभागीय कर्मचारियों की तरह अपने कर्त्तव्य को छोड़कर न तो हड़ताल कर सकती, न ही खुलकर अपनी समस्या बता सकती है।

मामला मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिले में पदस्थ कॉन्स्टेबल से जुड़ा हुआ है। अशोकनगर में पदस्थ कॉन्स्टेबल इनायत खान यह पत्र सीएम को लिखा है। उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान को लिखे पत्र में कहा कि मामाश्री मैं भी आपका भांजा हूं। पत्र में लिखा है कि आरक्षकों से लेकर अन्य पुलिस कर्मचारियों को अपना कर्त्तव्य समय पर पूर्ण करने के लिए निजी वाहनों का प्रयोग करना पड़ता है।

इसके लिए पुलिस कर्मचारियों को 1978 से 18 रुपए साइकल भत्ता दिया जाता है। साइकल की पंचर भी वर्तमान में 20 रुपए की बनती है। पेट्रोल भत्ता दिया जाए या अन्य कोई समाधान किया जाए। पुलिस कर्मचारियों को वर्तमान में मकान किराए के लिए 712 रुपए मिल रहे हैं। वर्तमान में मप्र में कहीं पर भी एक कमरा भी इतने रुपए में किराए से मिलना संभव नहीं है। या तो मकान किराया भत्ता बढ़ाया जाए।

कॉन्स्टेबल ने अपने पत्र में लिखा है कि पुलिस कर्मचारियों के लिए ऐसा प्रमाण पत्र जारी किया जाए, जिससे कर्मचारी को शासन की तरफ से निर्धारित भत्ते में किराए से मकान मिल सके। इसके साथ ही कॉन्स्टेबल ने कहा कि एमपी में कॉन्स्टेबल को 125 और हेड कॉन्स्टेबल को 200 रुपए बस किराया के रूप में मिलता है। इतने रुपए में ड्यूटी के दौरान किराया कहां से दे पाएंगे। कॉन्स्टेबल ने मांग की है कि पूरे प्रेदश में कहीं भी पुलिसकर्मियों को ड्यूटी के दौरान बस से जाने के लिए पास निर्गत किया जाए। ताकि आने जाने में आसानी हो सके।

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