भोपाल : मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बीच एक दूसरे पर शब्दों के वार जारी है। वहीं उम्मीदवारों के नाम की घोषणा होने के बाद पार्टियों के आंतरिक कलह भी उजागर हो रहे हैं। कांग्रेस के उम्मीदवारों की पहली सूची जारी हो गई है। हालांकि सूची जारी होने के बाद से ही लगातार असंतुष्टों द्वारा पार्टी से इस्तीफा देने सहित विरोध के कई मामले सामने आ रहे हैं।
सोमवार को कोलारस के विधायक बीरेंद्र रघुवंशी के समर्थकों द्वारा पीसीसी के कमलनाथ से मुलाकात की गई। जिसमें बीरेंद्र रघुवंशी के टिकट को लेकर समर्थक लगातार कमलनाथ से सवाल किए जा रहे थे। समर्थकों का सवाल था कि रघुवंशी को शिवपुरी विधानसभा से टिकट का आश्वासन दिया गया था लेकिन उम्मीदवारों की लिस्ट में पिछोर विधायक केपी सिंह को शिवपुरी विधानसभा से उम्मीदवार घोषित किया गया है। इसके साथ ही रघुवंशी के समर्थक पीसीसी में हंगामा करने लगे।
कमलनाथ ने रघुवंशी समाज के लोगों को कहा कि बीरेंद्र रघुवंशी को कांग्रेस पार्टी में शामिल किया गया था। कमलनाथ की इच्छा है कि रघुवंशी को शिवपुरी विधानसभा से कांग्रेस पार्टी का प्रत्याशी घोषित किया गया है इसके लिए फैसला दिग्विजय सिंह और जयवर्धन सिंह पर छोड़ा गया था। कमलनाथ ने कहा कि उनकी इच्छा है कि शिवपुरी से रघुवंशी को ही टिकट दिया जाए। अब ऐसे में आपको दिग्विजय सिंह और जयवर्धन सिंह से बात करनी चाहिए। उनसे जाकर बात कीजिए और उनके कपड़े फाडिए। यहां गदर मचाने की आवश्यकता नहीं है।
इस वीडियो को भाजपा के प्रवेश प्रवक्ता आशीष अग्रवाल द्वारा सोशल मीडिया पर जारी किया गया है। वीडियो वायरल होने के साथ ही आशीष अग्रवाल ने उन पर तंज कसा है। अग्रवाल ने कहा कि कमलनाथ जी आप तो कपड़े फड़वाने पर उतारू हो गए। खैर पूरी कांग्रेस ही दो फाड़ हो गई है। आशीष अग्रवाल ने कहा कि कमलनाथ का यह वीडियो देखकर दिग्विजय और उनके सुपुत्र को जरूर पीड़ा होगी और वह इसके लिए बदला भी तगड़ा ले सकते हैं ।अब देखना दिलचस्प है कि कौन किसके कपड़े फाड़ता है।
हालांकि इस पर कांग्रेस की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। कांग्रेस के प्रवेश प्रवक्ता पीयूष बबेले ने कहा है कि यह शक है कि यह वीडियो फेक है, हम इस वीडियो की जांच करेंगे। शिवपुरी विधानसभा सीट पर उम्मीदवार की घोषणा होने की 24 घंटे के भीतर हल्ला मच गया है। रघुवंशी और केपी सिंह के बीच उठा मामला कहां तक जाएगा, यह देखना दिलचस्प होगा।