भोपाल : पुलवामा हमले की बरसी पर राज्यसभा सांसद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के बयान पर एक बार फिर विवाद छिड़ गया है। बीजेपी उनके इस बयान पर हमलावर है और कह रही है कि जवानों की शहादत के साथ ये क्रूर मजाक है और भारत सरकार की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले पर कहा है कि ‘मुझे लगता है कि दिग्विजय सिंह की बुद्धि फेल हो गई है।’
बयान पर बवाल
दिग्विजय सिंह ने एक ट्वीट करते हुए कहा है कि ‘आज हम उन 40 सीआरपीएफ शहीदों को श्रद्धांजलि देते हैं, जो पुलवामा में इंटेलिजेंस फेलियर की वजह से शहीद हो गए। मुझे उम्मीद है कि सभी शहीद परिवारों का उपयुक्त रूप से पुनर्वास किया गया है।’ इसे लेकर सीएम शिवराज ने उनहें घेरते हुए कहा है कि ‘मुझे लगता है ये दिग्विजय जी की बुद्धि का फेलियर है।’ उन्होने कहा कि ‘वे देश की सेना का अपमान करते हैं। वो पाकिस्ता की भाषा बोलते हैं। वो सेना का मनोबल गिराने की कोशिश करते हैं। अब जांच तो दिग्विजय सिंह की होनी चाहिए। देश के खिलाफ सेना के खिलाफ बोलने का बीज उनके दिमाग में डालता कौन है। जांच तो कांग्रेस पार्टी के डीएनए की होनी चाहिए, जो भारत जोड़ने के नाम पर भारत तोड़ने वालों के नाम पर घूमते हैं पदयात्रा में। ये अजूबा है कि एक पार्टी का नेता लगातार सेना की राष्ट्रभक्ति पर प्रश्नचिन्ह लगा रहा है, उनकी बहादुरी पर प्रश्नचिन्ह लगा रहा है और पाकिस्तान की भाषा बोल रहा है। सोनिया जी और राहुल जी को भी इसका जवाब देना चाहिए।’
पहले भी दे चुके हैं विवादास्पद बयान
ये पहली बार नहीं है जब इस मुद्दे पर दिग्विजय सिंह के बयान पर बवाल हुआ है। इससे पहले भी उन्होने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए सर्जिकल स्ट्राइक और पुलवामा हमले को लेकर केंद्र सरकार को घेरा था। दिग्विजय सिंह ने सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत की मांग की थी और इसपर काफी हंगामा हुआ था। आखिरकार कांग्रेस को भी ये कहना पड़ा कि वो दिग्विजय सिंह के व्यक्तिगत विचार हैं और पार्टी इससे सहमत नहीं है। कांग्रेस ने एक बयान जारी करते हुए कहा था कि अगर सेना कुछ करती है तो उस पर सवाल नहीं किया जाता है। अब एक बार फिर दिग्विजय सिंह के बयान पर विवाद खड़ा हो गया है और इसे लेकर उनकी खासी आलोचना हो रही है।