MP : मौसम में बदलाव, एक हफ्ते तेज वर्षा नहीं, बढ़ेगा पारा, आज इन जिलों में बूंदाबांदी के आसार, जानें शहरों का हाल-IMD पूर्वानुमान…

भोपाल : कोई नया सिस्टम एक्टिव ना होने के चलते मध्य प्रदेश में एक बार फिर बारिश पर ब्रेक लग गया है। फिलहाल एक हफ्ते मौसम के यूहीं बने रहने के आसार है। हालांकि लोकल सिस्टम के चलते 3-4 संभागों में हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है। अगले 10 दिन तक मानसून ब्रेक की स्थिति में रहेगा, ऐसे में किसानों के लिए भी एडवाइजरी जारी की गई है।

आज इन जिलों में बारिश के आसार

एमपी मौसम विभाग के अनुसार,  आज शनिवार को रीवा, ग्वालियर, चंबल, सागर और शहडोल संभाग में कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और नर्मदापुरम संभाग में भी लोकल सिस्टम से बूंदाबांदी का अनुमान है। आज भोपाल, उज्जैन और जबलपुर के कुछ इलाकों में बूंदाबांदी हो सकती है। इंदौर और ग्वालियर में मौसम साफ रहेगा। इंदौर में अगले चार से पांच दिन तक वर्षा की गतिविधियों पर रोक लगी रहेगी, कहीं कहीं हल्की बूंदाबांदी हो सकती है।

मौसम साफ, कोई मजबूत सिस्टम एक्टिव नहीं

एमपी मौसम विभाग के अनुसार,   मानसून द्रोणिका का पश्चिमी सिरा हिमालय की तलहटी में पहुंच गया है, वही एक पश्चिमी विक्षोभ पंजाब के आसपास द्रोणिका के रूप में बना हुआ है, ऐसे में बंगाल की खाड़ी में अब एक सप्ताह तक किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय होने की संभावना नहीं है, इस वजह से मौसम अब साफ होने के आसार हैं । मानसून की गतिविधियों में कमी आएगी और तापमान में भी वृद्धि होगी। हालांकि तापमान बढ़ने पर स्थानीय स्तर पर कहीं-कहीं छिटपुट बौछारें पड़ सकती हैं।

वर्तमान में मानसून ट्रफ लाइन पटना, मेरठ, करनाल, फिरोजपुर होते हुए गुजर रही है। यह हिमालय की तराई में पहुंच गई है। चक्रवातीय घेरा राजस्थान में सक्रिय है, लेकिन ग्वालियर-चंबल संभाग से काफी दूर है। दूसरा चक्रवातीय घेरा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हैं। ये सभी सिस्टम ग्वालियर-चंबल संभाग के मौसम को प्रभावित नहीं कर पा रहे हैं, इस वजह से अभी वर्षा की संभावना नहीं है। हालांकि 31 अगस्त से दो सितंबर तक अंचल में मानसून गतिविधियां फिर से प्रारंभ हो सकती हैं, लेकिन इस दौरान भी हल्की बारिश होने के ही आसार हैं।

अबतक कहां कितनी हुई बारिश

गौरतलब है कि अबतक 52 में से 15 जिलों में सामान्य से 40 प्रतिशत तक कम वर्षा हुई है, सिर्फ चार जिलों में ही सामान्य से अधिक वर्षा हुई है। अबतक प्रदेश में औसत 25.99 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि अब तक 28.62 इंच बारिश होना चाहिए यानि ओवरऑल बारिश का आंकड़ा 9% कम है। पूर्वी हिस्से में औसत से 6% कम और पश्चिमी हिस्से में औसत से 12% कम बारिश हुई है।

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