भोपाल : कोई मजबूत मौसम प्रणाली के सक्रिय ना होने और मानसून के कमजोर होने से फिलहाल एक हफ्ते मध्य प्रदेश में भारी बारिश का दौर थमा रहेगा। हालांकि रिमझिम बारिश, बादलों की आवाजाही और बिजली गिरने चमकने का दौर जारी रहेगा।आज मंगलवार को 2 दर्जन से ज्यादा जिलों में गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश की चेतावनी जारी की गई है वही 7 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
आज इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
- आज प्रदेश के 7 जिलों नर्मदापुरम, बड़वानी, अलीराजपुर, रतलाम, उज्जैन, मंदसौर और नीमच में भारी बारिश का यलो अलर्ट ।
- भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, बेतूल, हरदा में बारिश, आंधी-तूफान और आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी ।
- सिवनी, बालाघाट,नरसिंहपुर, जबलपुर, शहडोल, उमरिया, सागर, भोपाल, विदिशा, रायसेन, राजगढ़, शाजापुर, सीहोर, खंडवा, बुरहानपुर, टीकमगढ़, छतरपुर, दमोह, कटनी, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, मैहर, पांढुर्णा, मंडला, अनूपपुर, छिंदवाड़ा, बैतूल, हरदा, नर्मदापुरम, सीधी और सिंगरौली जिलों में बारिश की चेतावनी ।
- सिंगरौली, सीधी, मऊगंज, रीवा, सतना/चित्रकूट, मैहर, पन्ना, छतरपुर, शहडोल, टीकमगढ़, निवाड़ी/ओरछा, दमोह, जबलपुर, कटनी, अनूपपुर/अमरकंटक, उमरिया/बांधवगढ़ में आज दोपहर में हल्की गरज के साथ बिजली गिरने की संभावना है।
अबतक कहां कितनी हुई बारिश
मध्य प्रदेश में 1 जून से शुरू हुए मानसूनी सीजन से 5 अगस्त तक की स्थिति में औसत से 22 प्रतिशत अधिक बारिश हो चुकी है। पूर्वी मध्य प्रदेश के जिलों में औसत से 19% अधिक जबकि पश्चिमी मध्य प्रदेश में औसत से 26% अधिक बारिश हो चुकी है।यदि सामान्य बारिश के आंकड़े की बात की जाए तो वह 507 मिमी होती है, लेकिन अभी तक एमपी में 621 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है।पूर्वी मध्य प्रदेश के बालाघाट में सामान्य से चार प्रतिशत कम बारिश, रीवा में 36% कम , सतना में 1% कम बारिश , झाबुआ में सामान्य से 11% कम बारिश , हरदा में 9%, दतिया में 14%, धार में 1% और उज्जैन में सामान्य से 1% कम बारिश हुई है।
कमजोर हुआ मानसून
मानसून ट्रफ मध्यप्रदेश के ऊपर है। ईस्ट-वेस्ट ट्रफ भी गुजर रही है। ट्रफ साउथ राजस्थान से नॉर्थ केरल तक जा रही है। उत्तर-पूर्वी राजस्थान और उसके आसपास के इलाकों में बना कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया है। उत्तर-पश्चिमी राजस्थान में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ना जारी रखने और निम्न दबाव क्षेत्र में कमजोर होने की संभावना है। साथ ही मप्र के आसपास बने अन्य वेदर सिस्टम भी कमजोर पड़ गए हैं, ऐसे में प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में तेज बारिश का दौर फिलहाल थम गया है।हालांकि हल्की बारिश का दौर जारी रहेगा।