भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कमलनाथ से रोज एक सवाल पूछने का सिलसिला जारी है। उन्होने कहा कि एक और महाझूठ पत्र बनाने का उनका अभियान चल रहा है इसीलिए मैं उनके पहले के झूठ-पत्र को बेनकाब कर रहा हूं। वहीं कमलनाथ ने फिर उन्हें झूठी घोषणा की मशीन कहा है। सवालों का सिलसिला दोनों तरफ से जारी है और जनता को अब तक किसी भी पक्ष से एक भी जवाब नहीं मिला है।
सीएम शिवराज ने कमलनाथ से पूछा है कि ‘हमने युवा नीति में फैसला किया कि 1 हजार जनजातीय युवा कलाकारों को तीन महीने के लिए प्रतिमाह ₹10 हजार मानदेय पर फैलोशिप प्रदान की जाएगी। कमलनाथ जी ने कहा था कि मध्यप्रदेश की जनजातीय लोक कलाओं के संवर्धन के लिए लोककला शाला की स्थापना करेंगे, रंगमंच की सुविधा भी उपलब्ध कराएंगे।’ सोमवार को विश्व रंगमंच दिवस था और इसी संदर्भ में मुख्यमंत्री ने लोककला शाला और रंगमंच की सुविधा को लेकर कांग्रेस द्वारा किए गए वादे पर सवाल किया है।
वहीं कमलनाथ ने इसके जवाब में मुख्यमंत्री को मंझा हुआ अभिनेता करार दिया है। उन्होने कहा कि ‘शिवराज जी आज आपने जो सवाल पूछा है, वह दिल से पूछा है। यह तो मैं ही क्या, पूरा प्रदेश जानता है कि आप मंझे हुए अभिनेता हैं। पूरा प्रदेश ही आपकी एक्टिंग का रंगमंच है। आपने रंगमंच निर्माण की जो बात की है, तो मेरी हार्दिक अभिलाषा है कि आप माया नगरी मुंबई जाकर फिल्मों और धारावाहिक में अभिनय करें। यह बात तो मैंने कई बार सार्वजनिक मंच से भी कही है। लेकिन आपकी इच्छा है तो कांग्रेस सरकार बनने पर इस परियोजना में आपकी पूरी मदद की जाएगी। रही बात प्रदेश के सच्चे रंगकर्मियों की तो उनसे जाकर पूछिए वे बताएंगे कि कला और संस्कृति के विस्तार में मध्यप्रदेश में हुआ सारा कार्य कांग्रेस सरकारों ने ही कराया है। पिछले दिनों खजुराहो में एक संगीतकार बहन ने जब आपसे पेंशन मांगी थी तो आप मुंह फुला कर चले आए थे। इसलिए आप अपनी ही फिक्र करें, सच्चे कलाकारों को मां सरस्वती का आशीर्वाद सदा मिलता रहेगा और कांग्रेस पार्टी सदा उनकी सेवा करती रहेगी।’