भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की है कि वो अपना जन्मदिन नहीं मनाएंगे। इसी के साथ उन्होने अपील की कि कोई भी व्यक्ति या पार्टी कार्यकर्ता उनके जन्मदिन पर होर्डिग्स न लगाए और किसी तरह की औपचारिकता न करें। उन्होने कहा कि ये महत्वपूर्ण दिन महत्वपूर्ण काम में ही लगना चाहिए और वो चाहते हैं कि वो इस दिन सरकार के जरूरी काम करें और जनता की सेवा करें।
इसलिए नहीं मनाएंगे जन्मदिन…
5 मार्च को सीएम शिवराज का जन्मदिन होता है। ज़ाहिर तौर पर इस दिन को लेकर बीजेपी कार्यकर्ताओं और उनके समर्थकों में काफी उत्साह रहता है। लेकिन जन्मदिन से पहले ही आज सीएम ने ट्वीट करते हुए कहा है कि ‘जन्मदिन किसी भी व्यक्ति के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण दिन होता है, लेकिन यह महत्वपूर्ण दिन महत्वपूर्ण कामों में ही लगे, सरकार के काम में लगे, जनता की सेवा में लगे। इसलिए मैंने फैसला किया है कि मैं अपना जन्मदिन नहीं मनाऊंगा। मेरी आपसे अपील है कि मेरे जन्मदिन पर होर्डिंग न लगाएं और कोई औपचारिकता न करें, अगर आप मुझसे स्नेह करते हैं तो अपने घर या आसपास कहीं एक पौधा लगा दें या किसी जरूरतमंद भाई या बहन की छोटी सी मदद कर दें, मेरे लिए यही सबसे बड़ी शुभकामना होगी। आओ पौधे लगाएं, धरती को समृद्ध बनाएं।’
राजनीतिक करियर
सीएम शिवराज सिंह चौहान का जन्म 5 मार्च 1959 को मध्य प्रदेश के बुधनी में हुआ था। उनके पिता का नाम श्री प्रेमसिंह चौहान और माता श्रीमती सुंदरबाई चौहान हैं। 23 मार्च 2020 को वे मध्य प्रदेश के चौथी बार मुख्यमंत्री बने और उनके नाम सबसे अधिक समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड भी दर्ज है। शिवराज सिंह मध्यप्रदेश में सबसे लम्बे समय तक मुख्यमंत्री के रूप मे कार्यभार संभालने वाले पहले मुख्यमंत्री हैं।मध्य प्रदेश में वो ‘मामा’ के रूप में लोकप्रिय हैं और हाल ही में उनकी सरकार ने इस कार्यकाल का अंतिम बजट पेश किया है। पहली बार उन्होने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद के लिए उन्होने 29 नवंबर 2005 को शपथ ली थी। उनके राजनीतिक सफर की शुरूआत 1990 में बुधनी विधानसभा क्षेत्र के विधायक बनने से हुई और 1991 में वे विदिशा संसदीय क्षेत्र से पहली बार सांसद बने।