भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कांग्रेस झूठ परोसने की दुकान है। 27 फरवरी में मध्य प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र प्रारंभ हुआ। पहले दिन महामहिम राज्यपाल मंगूभाई पटेल के अभिभाषण से सदन की कार्यवाही प्रारंभ हुई। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष ने अपने बयान में कहा था कि राज्यपाल से झूठी तारीफ कराई गई और सरकार ने असफलता का सफलता पूर्वक व्याख्यान कराया। इसे लेकर अब सीएम ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पलटवार करते हुए कहा कि ‘कांग्रेस झूठ बोलने की दुकान है..झूठ परोसने की दुकान है। वो मेरे बारे में कुछ कहते रहें..मैंने आपत्ति नहीं की। लेकिन राज्यपाल संवैधानिक पद है, राज्यपाल जी पर अशोभनीय टिप्पणी कर कमलनाथ जी ने लोकतंत्र की गरिमा गिराने का काम किया है। कमलनाथ जी वादा किया था कि संभाग स्तर पर कन्याओं के लिए खेल स्कूल खोले जाएंगे, सवा साल की सरकार में एक भी स्कूल खोला ?’ राज्यपाल के अभिभाषण पर कांग्रेस की टिप्पणी को गरिमा के विपरीत बताते हुए उन्होने कहा कि इस तरह की अशोभनीय टिप्पणी से कांग्रेस ने संवैधानिक पद का असम्मान किया है। उसे कम से इन पदों का और लोकतंत्र की गरिमा का ध्यान तो रखना चाहिए।
इसी के साथ मुख्यमंत्री ने रोज एक सवाल करने के क्रम में कहा कांग्रेस खुद झूठे वादे करती है, सवाल पूछें तो उत्तर नहीं देते हैं और फिर दूसरों पर झूठ बोलने का आरोप लगाती है। ये कांग्रेस की शैली है। इसी के साथ उन्होने सवाल किया कि ‘संभांग स्तर पर कन्याओं के लिए आवासीय खेल स्कूल खोले जाएंगे। सवा साल की सरकार में एक भी आवासीय स्कूल खोला गया है क्या।’ सीएम ने कहा कि कमलनाथ जी कम से कम इस सवाल का तो जवाब दें।