भोपाल : शिवराज सिंह चौहान ने जबसे कमलनाथ से सवाल करने शुरू किए हैं..रोज ही एक नई सियासी जंग देखने को मिल रही है। इसी सिलसिले में एक बार फिर शिवराज-कमलनाथ आमने सामने हैं। सीएम शिवराज ने कांग्रेस के वचन पत्र को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उन्होने कहा कि ‘जिन वादों को पूरा करने का वचन देखकर कमलनाथ जी सत्ता में आए उनमें से एक भी पूरा नहीं किया।’ वहीं कमलनाथ ने भी बीजेपी के घोषणा पत्र के आधार पर उन्हें घेरा है।
सीएम ने किया सवाल
‘मित्रों कमलनाथ जी से मैं लगातार सवाल पूछ रहा हूं। झूठ के सहारे कमलनाथ बेचारे। वह पिछले चुनाव में भी झूठ के सहारे ही थे वचन देकर पूरे नहीं किए, निभाए नहीं और अब फिर नया वचन पत्र के रूप में नया झूठ पत्र बनाने का अभियान उनका चल रहा है लेकिन पुरानों का क्या हुआ। मैं आज फिर पूछ रहा हूं कमलनाथ जी आपने वादा किया था कि बजट में महिलाओं के लिए 40% का ओवरल बजट का प्रावधान करेंगे आपने क्या किया। मैं फिर कह रहा हूं आपने बेगा, भारिया, सहरिया जैसी गरीब बहनों के लिए जो ₹1000 महीना हम देते थे वह भी बंद कर दिए थे आप के वादे का क्या हुआ।’
कमलनाथ का पलटवार
‘शिवराज जी कम से कम आप महिला हित के सवाल ना पूछें तो ही अच्छा है। अपने 18 साल के शासन में मध्यप्रदेश को महिला अत्याचार में पूरे देश में नंबर वन बनाने के बाद आप किस मुंह से यह सवाल पूछ रहे हैं। आपने अब तक जितने घोषणापत्र तैयार किए, उनमें महिलाओं से किया कोई वादा नहीं निभाया है। रही बात कांग्रेस के राज भवन पर प्रदर्शन पर आपके सवाल की। तो पहली बात तो यह समझ लीजिए की विधानसभा में चर्चा से ना सिर्फ आपकी सरकार भागती है बल्कि किसानों का मुद्दा उठाने पर आपने कांग्रेस के विधायक श्री जीतू पटवारी को असंवैधानिक तरीके से निलंबित कराया। सौदेबाजी की सरकार विधानसभा में मनमानी कर सकती है, लेकिन प्रदेश की जनता का मुंह बंद नहीं कर सकती। आपकी सरकार की इन्हीं असंवैधानिक हरकतों और जनविरोधी सोच का पर्दाफाश करने के लिए कांग्रेस भोपाल में प्रदर्शन करेगी, आपको जो हथकंडे अपनाने हैं अपना लीजिए।’