जबलपुर : केंद्र सरकार के द्वारा स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए नई शिक्षा नीति लागू की गई है। इस शिक्षा नीति में कहा गया है की नौवीं कक्षा और 16 साल तक के छात्र कोचिंग ना जाएं। कांग्रेस का आरोप है कि केंद्र सरकार की इस नई शिक्षा नीति का विरोध होना शुरू हो गया है। कांग्रेस ने भी जोरदार इसका विरोध किया है।
केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप
कांग्रेस का आरोप है कि सरकार देश की नई जनरेशन को बैकफुट में ले जाने के लिए इस तरह की नीति लागू कर रही है। सरकार की इस नीति से देश की नई जनरेशन की शिक्षा व्यवस्था कमजोर होगी। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार नई शिक्षा नीति के जरिए शिक्षा को कमजोर करने का काम कर रही है। कांग्रेस के प्रदेश सचिव सौरव शर्मा ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि नई शिक्षा नीति के जरिए देश के बच्चों की शिक्षा व्यवस्था को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है। कांग्रेस नेता सौरभ शर्मा सोमवार को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री के नाम का कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर मांग करेंगे की नई शिक्षा नीति में बदलाव किया जाए।
प्रदेश भर में आंदोलन
कांग्रेस का कहना है कि स्कूलों में बच्चों की संख्या अधिक हो जाती है जिसके चलते उन्हें शिक्षा अच्छे से नहीं मिल पाती है, यही वजह है की कोचिंग के जरिए छात्रों का भविष्य ठीक किया जाता था लेकिन केंद्र सरकार की नई शिक्षा नीति ने कोचिंग को लेकर जो गाइडलाइन जारी की है वह कहीं से भी ठीक नहीं है। कांग्रेस का कहना है कि अगर नई शिक्षा नीति में बदलाव नहीं होता है तो फिर आने वाले समय में प्रदेश भर में आंदोलन भी किया जाएगा।