भोपाल : मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के बेटे और पूर्व मंत्री दीपक जोशी का कांग्रेस ज्वॉइन करना लगभग तय है। वे छह मई को बीजेपी से इस्तीफा देकर बीजेपी ज्वॉइन कर सकते हैं। उन्हें मनाने की कोशिशें अब तक नाकाम रही हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनसे फोन पर बात की, लेकिन जोशी अपनी बात पर अडिग हैं। यह भी संभावना है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में वे सीएम शिवराज के खिलाफ बुधनी से चुनाव लड़ें।

बीते दिन दिन से बीजेपी का संगठन दीपक जोशी को मनाने में जुटा है। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के बयान के बाद जोशी के अगले कदम को लेकर संशय बढ़ गया था। नरोत्तम ने कहा था कि दीपक जोशी पार्टी के सम्मानित नेता हैं। इसके बाद जोशी ने भी कहा था कि वे भोपाल में संगठन के लोगों से मिलेंगे, तब अंतिम फैसला करेंगे। अब लग रहा है कि बातचीत से बात नहीं बनी।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने फोन पर जोशी से बातचीत की। इसके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता रघुनंदन शर्मा ने भी उन्हें मनाने की कोशिश की। उन्होंने जोशी को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से मिलाने का प्रस्ताव दिया, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया।
बात करते हुए जोशी ने कहा कि बीजेपी की सरकार होने के बावजूद उनके छोटे-छोटे काम भी नहीं हो रहे। उनके पिता का स्मारक दयनीय हालत में है। उन्होंने कई बार इसकी शिकायत की। 15 दिन पहले वीडी शर्मा से भी मिले, लेकिन कोई हल नहीं निकला। इसके बाद उन्होंने एक मई को बीजेपी छोड़ने का निर्णय किया।
जोशी ने कहा कि वे बिना शर्त कांग्रेस में जा रहे हैं। मैं अपने निर्णय को किसी भी कीमत पर नहीं बदलूंगा। यह मेरे लिए सम्मान की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस नेतृत्व कहेगा तो वे बुधनी से शिवराज के खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए भी तैयार हैं।