भोपाल : मध्य प्रदेश में इन दिनों पत्र लिखने और सवाल पूछने का दौर है, सीएम शिवराज सिंह से पूर्व सीएम कमलनाथ रोज सवाल पूछते है तो शिवराज भी उनसे सवाल पूछते हैं, पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय पत्र लिखकर जनता से जुड़े मुद्दे उठाते हैं और सरकार को घेरते हैं, वजह साफ़ है ये साल चुनावी साल है। अब पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह का एक पत्र सामने आया है जो उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लिखा है, दिग्विजय सिंह ने अपने पत्र में नियुक्तियों को लेकर अनुसूचित जाति और गरीब वर्ग के युवाओं के साथ हो रहे अन्याय की बात कही है।
दिग्विजय सिंह ने पत्र में लिखा कि पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा पेसा एक्ट के तहत अनुसूचित जनजाति के लिये अधिसूचित ब्लॉक को-ऑर्डिनेटर के 89 पदों पर उद्यमिता विकास केंद्र के माध्यम से नियुक्ति होनी थी, केंद्र की तरफ से 8 फरवरी को 900 अभ्यर्थियों के इंटरव्यू निरस्त किये जाने की सूचना जारी की गई थी, मुझे मालूम चला है कि आपकी पार्टी से जुड़े अनुषांगिक संगठन के लोगों की बिना इंटरव्यू के नियुक्ति की जाने की प्रक्रिया चल रही है ।
इस तरह हजारों गरीब, अनुसूचित जनजाति के युवाओं के साथ अन्याय उचित नहीं है, आपसे अनुरोध है कि इन नियुक्तियों की एस.टी.एफ. गठित कर जांच कराने के निर्देश देने का कष्ट करें।