भोपाल : वर्तमान में अलग अलग स्थानों पर 4 सिस्टम एक्टिव है, जिसके चलते मध्य प्रदेश के मौसम में बार बार बदलाव हो रहा है। कहीं तेज धूप से गर्मी और तापमान बढ़ रहा है तो कहीं बादल छाने के साथ तेज हवा चल रही है, बारिश हो रही है।एमपी मौसम विभाग की मानें तो आज भी एक दर्जन से ज्यादा जिलों में बारिश के आसार है। वही 29-30 अप्रैल को फिर से नया सिस्टम एक्टिव होगा, जिससे वेदर में फिर बदलाव आएगा।
आज इन संभागों में बारिश के संकेत
एमपी मौसम विभाग की मानें तो आज शुक्रवार को भोपाल, जबलपुर, नर्मदापुरम-शहडोल संभाग समेत इंदौर, खरगोन, बड़वानी, बुरहानपुर, खंडवा, धार, सागर, पन्ना और सतना में हल्की बारिश हो सकती है। अन्य शहरों में भी बादल छाने, गरजने और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है। 22 अप्रैल को भी हल्की बूंदाबांदी भी हो सकती है। बादलों की गड़गड़ाहट के साथ कहीं कहीं आकाशीय बिजली भी गिर सकती है। वही अप्रैल अंत तक तापमान में भी ज्यादा बढ़ोत्तरी होने के आसार कम है।22 अप्रैल को जबलपुर सहित संभाग के जिलों में हल्की वर्षा की संभावना है।29-30 अप्रैल को फिर से नया सिस्टम एक्टिव होगा।
22 अप्रैल तक बारिश-बादल छाने के आसार
एमपी मौसम विभाग की मानें तो वर्तमान में एक ट्रफ लाइन तेलंगाना से तमिलनाडु होते हुए गुजर रही है। वहीं, साउथ राजस्थान के ऊपर चक्रवाती हवाओं का घेरा बना हुआ है। इन दो सिस्टमों के कारण 25 अप्रैल तक तापमान कम ही रहने की संभावना है। भोपाल समेत पूरे प्रदेश में 21 अप्रैल और 22 अप्रैल को गरज चमक के साथ हल्की बूंदाबांदी का दौर जारी रहने का अनुमान है। इंदौर में शुक्रवार सहित अगले तीन दिन दिन में धूप रहेगी और दोपहर बाद बादल छाएंगे और हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना है। पश्चिमी विक्षोभ अब कमजोर होकर पूर्व की ओर बढ़ेगा, जिसकी वजह से हवा का रुक उत्तर दिशा से होगा, जिससे ग्वालियर में कश्मीर से ठंडक आएगी।वही चार दिनों तक राजस्थान की गर्म हवा शांत रहेगी। तापमान 40 से 41 डिसे के बीच ही रहेगा।
जानिए क्या कहता है मौसम विभाग
एमपी मौसम विभाग के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में सक्रिय है। उसके अलावा पाकिस्तान व उससे लगे पंजाब पर एक चक्रवाती घेरा बना हुआ है। वहीं दक्षिणी राजस्थान पर भी ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। तेलंगाना से तमिलनाडु तक द्रोणिका बनी हुई हैं। इन 4 सिस्टमों के कारण अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी मिल रही है, जिसके चलते बादलों की आवाजाही के साथ बारिश के आसार बन रहे है।