भोपाल : मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों का समय जैसे जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे वैसे राज्य निर्वाचन आयोग और राजनैतिक दलों की तैयारियां भी तेज होती जा रही है।। एक तरफ प्रदेश में वोटर लिस्ट में मतदाताओं का नाम जोड़ने हटाने और संशोधन का कार्य 2 अगस्त से शुरू हो गया है, वही दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कांग्रेस के सभी पदाधिकारियों को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने सभी पदाधिकारियों से मतदाता सूची में पुनरीक्षण के कार्य में तेजी से लग जाने का आग्रह किया है।
कमलनाथ ने पदाधिकारियों को बोगस मतदाताओं के पंजीयन पर आपत्ति करने के निर्देश दिए है।वही विरोधी दल पर फर्जी मतदाता बनाकर बोगस वोटिंग कराने के षड्यंत्र का आरोप लगाया है। कमलनाथ ने कहा कि मतदाता सूची के पुनरीक्षण का कार्य 31 अगस्त तक चलेगा, अगर सही मतदाता सूची नहीं बनी तो पार्टी के सामने लक्ष्य पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा।प्रदेश में सरकार बनाने के लिए मतदाता सूची का शुद्धिकरण अत्यंत आवश्यक है।
क्या लिखा है कमलनाथ ने पत्र में…
इस पत्र के माध्यम से एक विशेष कार्य (अभियान के प्रति आप सभी का ध्यान आकर्षित का हा है, वर्ष 2023 के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर माह अगस्त 202 अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसमे मतदाता सूची पुननिरिक्षण का कार्य 2 अगस्त से शुरू हो चुका है। यह अतिम पुनरीक्षण कार्यक्रम है जो 3 अगस्त तक चलेगा। उसके बाद कोई भी दावा या आपति नहीं सुनी जावेगी। सभी कार्यकर्ता अपर-अपने बूथ मतदाता सूचियों की जांच कर अपात्र (बोगस) मतदाताओं के पंजीयन पर आपति अवस्थ दर्ज कराएं। इससे विरोधी दल के वोगस (फर्जी) मतदान कराने के मंसूबे सफल नहीं
हो पाएंगे इसके साथ ही अपने मतदान केन्द्र के बीएलओ मे गए मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में दर्ज करने का कार्य भी अनिवार्य रूप से करें।
कमलनाथ ने आगे पत्र में लिखा है कि मेरा अटूट विश्वास है कि आप सभी मध्य प्रदेश मे कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए दृह संकल्प है।निर्वाचन आयोग द्वारा आप सभी को मतदाता सूचियों के निरीक्षण का अंतिम अवसर दिया गया है, इसका सदुपयोग करें, इसका असर सभी पर सामूहिक रुप से पड़ेगा।यह माह प्रदेश मे सरकार बनाने की दिशा मे महत्वपूर्ण कदम साबित होगा,ऐसे में मतदाता सूचियों का निरीक्षण कर दावे, आपति, नाम जुड़वाना यानि मतदाता सूची शुद्धिकरन का कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर करना सुनिश्चित करें।