भोपाल : मप्र विधानसभा चुनाव की सियासी हलचल के बीच चार दशक पहले चंबल के बीहड़ में डकैत रहे मलखान सिंह बुधवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। आज बुधवार को भोपाल स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने मलखान सिंह को सदस्यता दिलाई। इस मौके पर सागर और छतरपुर में जिला शिक्षा अधिकारी रहे संतोष शर्मा भी कांग्रेस में शामिल हुए। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया भी उपस्थित थे।
कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाने का दावा
मलखान सिंह ने दावा करते हुए कहा वे अब कांग्रेस के लिए प्रचार करेंगे और जहां मेरा प्रचार होगा, वहां कांग्रेस जीतेगी। 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को साफ कर देंगे। कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाकर बैठा देंगे। वही PCC चीफ व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि मलखान सिंह जो कह रहे हैं, वो बात पूरा प्रदेश कह रहा है।
जानिए कौन है मलखान सिंह
- चार दशक पहले चंबल के बीहड़ में डकैत रहे।
- मलखान सिंह ने अपने गिरोह के साथियों के साथ वर्ष 1982 में प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के समक्ष आत्मसमर्पण किया था।
- मलखान कभी बीहड़ के दस्यु किंग कहलाते थे लेकिन अब खुद को डाकू कहलाना गलत बतलाते हैं।
- वे अन्याय के खिलाफ बागी थे। गांव के रामजानकी मंदिर की 100 बीघा जमीन को मंदिर में मिलाने के लिए उन्होंने हथियार उठाए थे। उस दौरान वे पंच भी थे।
- 2014 के लोकसभा चुनावों में उन्होंने भाजपा के लिए प्रचार किया था। लेकिन 2019 में भाजपा की ओर से टिकट नहीं मिलने पर पार्टी छोड़ दी।
- मलखान उत्तर प्रदेश के शिवपाल सिंह यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे और चुनाव भी लड़ा, लेकिन हार का सामना करना पड़ा।
- उनकी पत्नी ललिता राजपूत फिलहाल गुना की सुगनयाई ग्राम पंचायत की सरपंच हैं।