भोपाल : पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से मांग की है कि महिला एवं बाल विकास विभाग में काम करने वाले आउटसोर्स कर्मचारियों को भर्ती प्रक्रिया में वरीयता दी जाए। उन्होने कहा है कि ये लोग सालों से यहां काम कर रहे हैं और उनके इतनें लंबे सेवाकाल को देखते हुए उन्हें प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट करते हुए कहा है कि ‘महिला एवं बाल विकास विभाग के आउटसोर्स कर्मचारियों को नई नियुक्ति में वरीयता देने का काम हमने किया था। लेकिन शिवराज सरकार ने नई नियुक्तियों में पहले से कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए कोई संरक्षण नहीं दिया है और ज्यादातर आउटसोर्स कर्मचारी नई नियुक्तियों से बाहर हो गए हैं। मैं मुख्यमंत्री से आग्रह करता हूं कि जो आउटसोर्स कर्मचारी वर्षों से काम कर रहे हैं, उनकी सेवा और समर्पण को देखते हुए नई भर्तियों में उन्हें वरीयता दी जाए। इसके लिए नियमों में जो भी प्रावधान करने की आवश्यकता हो उसे तत्काल किया जाए।’
इससे पहले भी कमलनाथ कह चुके हैं कि कांग्रेस की सरकार बनने पर मध्य प्रदेश आउटसोर्स की परंपरा को खत्म किया जाएगा। उनका कहना है कि ठेका प्रथा सैद्धांतिक रूप से गलत है और उनकी सरकार बनती है तो इन कर्मचारियों के हित में कदम उठाए जाएंगे। इससे पहले आज उन्होने प्रदेश के युवाओं से वादा करते हुए ट्वीट किया था कि ‘आज राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर मध्यप्रदेश के नौजवान साथियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि कांग्रेस की सरकार बनने पर सरकारी रिक्त पदों पर युवाओं की सीधी भर्ती प्रारंभ कर 6 माह में पद भरेंगे, भर्ती परीक्षाओं के घोटाले पर अंकुश लगाएंगे और युवाओं की भर्ती की नई व्यवस्था बनाएंगे।’