भोपाल : मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत कार्यरत संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल लगातार जारी है और आज ये भोपाल में जुटे हैं। संविदा स्वास्थ्यकर्मियों की हड़ताल 18 अप्रैल से चल रही है और अब तक किसी ने इनकी सुध नहीं ली है। इस बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग की है कि जल्द से जल्द इनकी मांगें मानी जाएं।
कार्यरत संविदा स्वास्थ्यकर्मी अपनी मांगों को लेकर डटे हुए है। इनका कहना है कि जब तक वेतनमान का 90 प्रतिशत और सीएचओ के MLHP कैडर के आदेश जारी नहीं होता, इनकी हड़ताल जारी रहेगी। 32 हजार स्वास्थ्यकर्मी पिछले 20 दिन से हड़ताल पर बैठे हैं और आज ये भोपाल में जुटकर नीलम पार्क में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। अब तक सरकार की तरफ से इन्हें किसी भी तरह का आश्वासन नहीं मिला है। वहीं अब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ इनके पक्ष में सामने आ गए हैं। उन्होने ट्वीट करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान से कहा है कि इनकी वैधानिक मांगों को अविलंब माना जाए।
कमलनाथ ने अपने ट्वीट में कहा है कि ‘मध्य प्रदेश में हज़ारों संविदा स्वास्थ्य कर्मी 20 दिन से हड़ताल पर हैं। कोरोना माहमारी के दौरान सरकार इन्हें कोरोना योद्धा बता रही थी और आज ये अपनी माँगों को लेकर आंदोलनरत हैं। स्वास्थ्य सेवाएँ बदहाल है ऐसे में संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल से आम जनता को बहुत परेशानी हो रही है। कांग्रेस पार्टी मानवीय और नैतिक आधार पर संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की वाजिब माँगों का समर्थन करती है। मैं मुख्यमंत्री और सरकार से अनुरोध करता हूँ कि संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की वैधानिक मांगों को अविलंब मानें ताकि उनके साथ न्याय हो सके और राज्य में पहले से बदहाल स्वास्थ्य संरचना ध्वस्त होने से बच जाये।’