ग्वालियर : मध्यप्रदेश के 150 से अधिक शिक्षकों की होली इस बार बेरंग हो सकती है, पूरा मामला मध्यप्रदेश के ग्वालियर और शिवपुरी जिले से जुडा है जहां 150 से अधिक नवनियुक्त शिक्षक अपना ट्रांसफर करवा कर इन जिलों में आए थे। लेकिन किसी प्रशासनिक गड़बडी के कारण उनका स्टटेस अपडेट नहीं हुआ जिसके चलते पिछले चार महीनों से 150 से अधिक शिक्षक सैलरी के लिए परेशान है। आलम यह है कि गुरूजी अब कर्ज लेकर अपना गुजारा करने को मजबूर हैं। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला और इसे लेकर शिक्षा विभाग के संयुक्त डायरेक्टर ने कहा क्या कहा
क्या है पूरा मामला
शिक्षा विभाग के डायरेक्टर दीपक पांडे ने बताया कि ग्वालियर और शिवपुरी जिले के कुछ स्कूलों मे 150 से अधिक पद ऑनलाईन खाली दिख रहे थे जिसके चलते ये शिक्षक अपना ट्रांंसफर लेकर इन स्कूलों में पहुंच गए जिसकी जानकारी अपडेट नहीं की गई। हर तीन साल में जिला योजना समिति शासकीय स्कूलों की समीक्षा करती है। जिसके बाद इन पदों की स्थिती अपडेट की जाती है विगत वर्षों में यह जानकारी अपडेट ना होने के कारण यह गड़बडी हुई है।
अब क्या होगा
जब यह मामला शिक्षा विभाग के डायरेक्टर तक पहुंचा तो उन्होंने जिम्मदारी उठाते हुए कहा कि इस मामले की फाइल बनाकर वित्त विभाग को भेजी गई है। वित्त विभाग की ओर से इस समस्या का जल्द से जल्द निराकरण करने का आश्र्वासन दिया गया है जिसके बाद यह उम्मीद लगाई जा रही है कि होली से पहले इस समस्या का निराकरण हो सकता है। और शिक्षकों को होली से पहले सैलरी मिलने के आसार हैं।
कर्ज लेकर कर रहे गुजारा
वेतन ना मिलने के कारण शिक्षकों की आर्थिक स्थिती खराब है। अब हालात ऐसे है कि दो वक्त की रोटी जुटाने के लिए शिक्षक कर्ज लेने को मजबूर हैं। पिछले चार महीनों से वेतन ना मिलने के कारण उनकी आर्थिक और मानसिक स्थिती बिगड़ रही है। कर्ज लेकर घर चलाने के कारण उनके समाजिक स्तर मे भी गिरावट हो रही है। ऐसे में शिक्षक बच्चों का कितना सही मार्ग दर्शन करेंगे यह समझना लाजिमी है। जिससे बच्चों का रिजल्ट बिगड़ने की भी संभावना है। बिना वेतन के शिक्षको के तीज त्यौहार सूखे मन रहे हैं। अब देखना यह है कि क्या सरकार इनके त्यौहारों में रंग भर पाएगी या इनकी होली बेरंग रहेगी।