भोपाल : एमपी बोर्ड के छात्रों के लिए महत्वपूर्ण सूचना है। 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा 1 मार्च से शुरू होगी। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा तैयारी पूरी कर ली गई है। वहीं छात्रों के लिए परीक्षा केंद्र का निर्धारण भी कर दिया गया है। वहीं अधिकारियों की माने तो छात्रों को परीक्षा के लिए रोल नंबर की आवंटन की प्रक्रिया 3 दिनों में शुरू की जाएगी। अधिकारियों के मुताबिक 25 फरवरी से छात्र-छात्राओं को रोल नंबर उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके साथ ही परीक्षा के लिए बनाए गए केंद्रों पर तैयारी पूरी की जा रही है। जिला शिक्षा अधिकारियों की तरफ से लगातार दलों को भेजा जा रहा है। दल परीक्षा केंद्र का निरीक्षण कर रहे हैं, वही संवेदनशील और अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्रों के लिए विशेष तैयारी की गई है।
माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा नए नियम तय
इसके अलावा दिव्यांग छात्रों के लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा बड़ी तैयारी की गई है। 10वीं और 12वीं की परीक्षा में दिव्यांग छात्रों को मदद देने के लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा नए नियम तय किए गए हैं। नए नियम के तहत छात्र अपनी मदद के लिए अन्य साथी को लेकर जा सकेंगे। दिव्यांग छात्रों को अन्य साथियों को ले जाने के लिए भी माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा नवीन दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। दृष्टिबाधित, मानसिक कमजोर और हाथ की हड्डी टूट जाने हाथ की खराबी के कारण लिखने में असमर्थ सहित सिकल सेल से पीड़ित और अन्य दिव्यांग छात्र सहित थैलेसीमिया के मरीज छात्र को इसकी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
इतना ही नहीं इन दिव्यांग छात्रों को विषय चयन अतिरिक्त समय परीक्षा शुल्क में छूट सहित कंप्यूटर, टाइपराइटर, लेखक चयन की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा जारी किए गए निर्देश के तहत सभी दिव्यांग छात्रों को प्रेक्टिकल परीक्षा में बहुविकल्पीय प्रश्नों के आधार पर मूल्यांकन करते हुए अंक प्रदान करने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। बहुविकल्पीय प्रश्न बाह्य मूल्यांकन कर्ता द्वारा तैयार किए गए हैं। मामले में परीक्षा नियंत्रक बलवंत वर्मा का कहना है कि दिव्यांग छात्रों के लिए बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई गई है। 21 प्रकार की दिव्यांगता को परीक्षा में शामिल किया गया है। 1 मार्च से होने वाली परीक्षा के लिए छात्रों के लिए अलग से नियम और निर्देश तय किए गए हैं।
18 लाख से अधिक छात्र परीक्षा में हो सकते हैं शामिल
1 मार्च से शुरू होने वाले 12वीं जबकि 2 मार्च से शुरू होने वाली दसवीं की परीक्षा के लिए केंद्र बनाए गए हैं। केंद्र में परीक्षार्थियों के बैठने की व्यवस्था की गई है। इसके लिए शिक्षकों की ड्यूटी लगेगी। 26 फरवरी से पहले स्कूलों को यह काम पूरा करना होगा। वही बोर्ड परीक्षा परीक्षा में नकल करने वाले छात्रों को 3 साल की जेल या ₹5000 का जुर्माना तक लगाया जा सकता है। परीक्षा में प्रवेश लेने वाले छात्रों को प्रवेश पत्र में गलती होने पर सुधार के लिए अंतिम मौका सोमवार तक दिया गया था। वही मंडल की 10वीं और 12वीं की परीक्षा 1 मार्च से शुरू हो रही है। 18 लाख से अधिक छात्र परीक्षा में शामिल हो सकते हैं।
परीक्षा केंद्र से 100 गज की दूरी तक धारा 144 लागू रहेगी
परीक्षा में नकल रोकने के लिए सख्त उपाय किए गए हैं। यदि कोई परीक्षार्थी अनुचित साधनों का प्रयोग करते पकड़ा जाता है और कोई व्यक्ति उसकी सहायता करता है तो ऐसे में उसे 3 साल की सजा का प्रावधान किया गया है। इतना ही नहीं अनुचित साधनों का प्रयोग करते पाए जाने वाले दूसरे व्यक्ति को सरकारी सेवा में भी नहीं लिया जाएगा। वही परीक्षा केंद्र से 100 गज की दूरी तक धारा 144 लागू रहेगी।