इंदौर : इंदौर के एक स्कूल में तिलक लगाकर आए छात्रों को शिक्षिका ने चांटा मारकर स्कूल से बाहर भगा दिया था। मामला संज्ञान में आते ही परिजन स्कूल पहुंचे। इसके बाद शिक्षिका और प्रिंसिपल से बात की। वहीं, मामला सामने आने के बाद शिक्षा विभाग ने विद्यालय प्रबंधन को चेताया है कि वह छात्र-छात्राओं की धार्मिक आस्था का सम्मान करें। साथ ही शिक्षण संस्थान में “सर्व धर्म समभाव” बरकरार रखें।

दरअसल, मामला इंदौर के धार रोड स्थित श्रीबाल विज्ञान शिशु विहार उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का है। यहां करीब छह से सात छात्र तिलक लगाकर स्कूल पहुंचे थे। छात्र का आरोप है कि शिक्षिका पद्मा सिसोदिया ने तिलक लगाकर आए छात्रों को पहले चांटा मारा फिर स्कूल से बाहर भगा दिया। घटना की जानकारी मिलते ही सभी बच्चों के परिजन तत्काल स्कूल पहुंचे और परिसर में हंगामा कर दिया।

हंगामे को बढ़ता देख प्रिंसिपल ओमप्रकाश सिंह और शिक्षिका अपनी जिद पर अड़े रहे। बच्चों का आरोप है कि वह तिलक लगाकर स्कूल पहुंचे थे। उन्होंने तिलक मिटाने के लिए कहा। शिक्षिका ने कहा कि स्कूल में कोई बच्चा तिलक लगाकर नहीं आएगा।
मामले की जानकारी लगते ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ता स्कूल पहुंचे और प्रिंसिपल ने मुलाक़ात की। प्रिंसिपल ने ABVP के नाम से एक पत्र जारी करते हुए कहा कि आगे से कोई धार्मिक चिह्नों को लेकर स्कूल में छात्रों को नहीं रोका जाएगा।