भोपाल : सियासत जो न कराए कम है। अभी तक तो नेता एक दूसरे पर झूठे वादे, भ्रष्टाचार, जनता से छल, सत्ता के लिए खरीद फरोख्त जैसे आरोप लगाते आए हैं..लेकिन अब आरोपों की कड़ी और झड़ी में कोरोना वायरस भी अछूता नहीं रहा। इस वायरस का नाम सुनते ही लोग हाथ जोड़ लेते हैं..दुनियाभर में जिस तरह इसने त्राहि-त्राहि मचाई, उससे कोई अनजान नहीं। लेकिन अब बीजेपी और कांग्रेसी एक दूसरे पर कोरोना वायरस और कोरोना वैक्सीन के बहाने वार कर रहे हैं।
तुलसी सिलावट ने हाल ही में दिग्विजय सिंह को ‘कांग्रेस का कोरोना वायरस’ बताया था और कहा था कि उन्होने भगवान महाकाल से प्रार्थना है कि उनका अगला जन्म चीन में हो। इसके पलटवार में एक दिन पहले ही दिग्विजय सिंह ने कहा कि ‘हां..मैं भाजपा और संघ के लिए कोरोना वायरस हूं।’ इस तरह शिवराज सरकार के मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री के बीच कोरोना-रार शुरू हुई। अब इसमें मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा की भी एंट्री हो गई है।
नरोत्तम मिश्रा ने आज कहा कि ‘दिग्विजय सिंह ने खुद को कोरोना वायरस बताकर प्रमाणित कर दिया है कि ये कितने हानिकारक है। खुद को कोरोना बताने वाले दिग्विजय जी को ये नहीं पता कि भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी ने वो वैक्सीन बनाई है जिससे कोरोना वायरस मृतप्राय हो जाता है। इसलिए इनकी वैक्सीन भी हम लोगों के पास ही है।’ इस तरह अब तुलसी सिलावट-दिग्विजय सिंह और नरोत्तम मिश्रा की त्रिवेणी में बात कोरोना वायरल से होते हुए कोरोना वैक्सीन तक आ पहुंची है और गृहमंत्री ने कह दिया है कि अगर दिग्विजय सिंह कोरोना वायरस हैं तो इसका इलाज उनके पास है। अब देखना होगा कि इसके जवाब में दिग्विजय सिंह क्या कहते हैं और राजनीति का ये कोरोना प्रकरण किस हद तक संक्रमण फैलाता है।