भोपाल : मध्य प्रदेश के मौसम में उतार चढ़ाव का दौर जारी है, ऐसे में जुलाई अंत तक प्रदेश में बारिश का दौर जारी रहने का अनुमान है, हालांकि प्रदेश में अगले दो से तीन दिन तक बारिश की एक्टिविटी कम रहेगी, क्योंकि वर्तमान में प्रदेश में साइक्लोनिक सर्कुलेशन ट्रफ लाइन गुजर रही है, जो ज्यादा मजबूत नहीं है। आज मंगलवार को हरदा, बुरहानपुर और देवास में तेज बारिश होने का अनुमान है, बाकी जगहों पर मौसम खुला रहेगा।इस दौरान कहीं कहीं हल्की बारिश हो सकती है।

आज इन जिलों में बारिश का अलर्ट
एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, हरदा, बुरहानपुर, देवास में तेज बारिश हो सकती है, वही भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन व अन्य जिले में हल्की बारिश का अनुमान है। मंगलवार को भी भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, इंदौर, उज्जैन, सागर संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ छिटपुट बौछारें पड़ने की संभावना है।आज भोपाल में मौसम खुला रहेगा। दोपहर बाद हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। इंदौर में भी मौसम ऐसा ही रहेगा।ग्वालियर में हल्की बारिश हो सकती है। जबलपुर और उज्जैन में कुछ जगहों पर हल्की बूंदाबांदी होने के आसार है। वही अगला सिस्टम एक्टिव होने के बाद ही प्रदेश में फिर से तेज बारिश का दौर शुरू होगा।
नई मौसम प्रणाली होगी सक्रिय
एमपी मौसम विभाग की मानें तो मंगलवार को बंगाल की खाड़ी में एक नई मौसम प्रणाली विकसित होने की संभावना है, जिसके प्रभाव 26 जुलाई की शाम से ग्वालियर-चंबल संभाग में बारिश का क्रम शुरू हो सकता है। अगले 24 घंटे के दौरान भी संभाग में कुछ जगहों पर स्थानीय प्रभाव से गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है। पिछले 24 घंटों के दौरान नर्मदापुरम में 65.8, नरसिंहपुर में 44, छिंदवाड़ा में 21.6, सीधी में 5.4, शिवपुरी में दो, दमोह में दो, पचमढ़ी में 1.6, रतलाम में एक, सागर में 0.7, उज्जैन में 0.4, भोपाल में 0.2 मिलीमीटर वर्षा हुई। मंडला में बूंदाबांदी दर्ज की गई।
वर्तमान में सक्रिय है ये मौसम प्रणालियां
- बंगाल की खाड़ी में उत्तरी आंध्रा तट एवं उससे लगे दक्षिणी ओडिशा पर गहरा कम दबाव का क्षेत्र बन गया है।
- मानसून ट्रफ जेसलमेर, कोटा, गुना, रायपुर, पुरी से होते हुए बंगाल की खाड़ी में उत्तरी आंध्रा तट एवं उससे लगे दक्षिणी ओडिशा पर बने गहरे कम दबाव के क्षेत्र से होकर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है।
- एक द्रोणिका रतलाम, बैतूल, बस्तर होते हुए बंगाल की खाड़ी तक जा रही है।
- उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।
- गुजरात के कच्छ में भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात मौजूद है। वातावरण में नमी बरकरार रहने के कारण प्रदेश के अधिकतर जिलों में बादल बने हुए हैं।
- मध्यप्रदेश के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण और ओडिशा में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मौजूद है। बंगाल की खाड़ी में भी चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है, जो अगले 24 घंटे में कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होगा, जो ग्वालियर चंबल में बारिश करवाएगा।