भोपाल : पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा है कि कांग्रेस की सरकार आने पर 100 यूनिट तक बिजली माफ की जाएगी और 200 यूनिट के लिए हाफ बिल होगा। ये घोषणा उन्होने गुरुवार को बदनावर में एक आमसभा को संबोधित करते हुए की। इस मौके पर उन्होने शिवराज सरकार पर जमकर आरोप जड़े और कहा कि बीजेपी राज में महंगाई आसमान पर पहंच चुकी है। उन्होने कहा कि कांग्रेस की सरका बनने पर वो सबसे कमजोर वर्ग को ध्यान में रखते हुए योजनाएं बनाएंगे।
कमलनाथ ने कहा कि आज मध्यप्रदेश का नौजवान रोजगार के लिए भटक रहा है और प्रदेश का अन्नदाता खाद बीज और फसलों के उचित मूल्य के लिए भटक रहा है। प्रदेश में चौपट राज चल रहा है चौपट रोजगार, चौपट भर्ती व्यवस्था,चौपट शिक्षा व्यवस्था चौपट स्वास्थ्य व्यवस्था, चौपट नर्सिंग कॉलेज, उद्योग चौपट हैं। प्रदेश में आज हर क्षेत्र में व्यवस्थाएं चौपट हैं। उन्होने कहा कि हमें गर्व है कि पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र कांग्रेस की सरकार ने बनाया था, लेकिन आज पीथमपुर की हालत देखकर बेहद दुख होता है। भाजपा सरकार ने गलत नीतियों से औद्योगिक क्षेत्रों का सत्यानाश किया हुआ है।
पीसीसी चीफ ने कहा कि पूरे मध्यप्रदेश से मांग उठ रही है इस बार विधानसभा चुनाव में स्थानीय उम्मीदवार दिया जाए जिससे मैं काफी हद तक सहमत भी हूं, हमारा स्थानीय संगठन इसमें अहम भूमिका निभाएगा। वहीं उन्होने बीजेपी पर धर्म को राजनीतिक मुद्दा बनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि धर्म हमारी आस्था का विषय है और हम धर्म का राजनीतिक दुरुपयोग नहीं करते। मैं स्वयं पंडित प्रदीप मिश्रा के कार्यक्रम में इंदौर गया था, बागेश्वर महाराज से मिलने छतरपुर गया। परंतु वह हमारे लिए राजनीतिक विषय नहीं हैं। धर्म को स्वार्थ के लिए राजनीतिक मंच पर लाने का कार्य भाजपा करती है। इसी के साथ उन्होने कहा कि ‘मुझे ईडी और सीबीआई से कतई डर नहीं लगता क्योंकि मेरा रास्ता सच्चाई का रास्ता है 44 साल के मेरे राजनीतिक जीवन पर कोई उंगली नहीं उठा सकता, 44 साल मुझे मेरे क्षेत्र की जनता ने वोट दिया है। कोई सांसद नहीं है देश में जो इतने चुनाव जीता हो जितने मैं जीता हूं।’ कमलनाथ ने कहा कि कर्नाटक में तो 40% कमीशन हुआ करता था, परंतु मध्य प्रदेश की जनता जानती है कि यहां पर पंचायत से लेकर मंत्रालय तक भ्रष्टाचार की व्यवस्था बनी हुई है। उन्होने लोगों से सच्चाई का साथ देने का आह्वान किया और कहा कि ये मध्य प्रदेश के भविष्य का चुनाव है और इसे सही दिशा देने का काम जनता ही कर सकती है।