भोपाल : मानसून के साथ अलग अलग स्थानों पर एक साथ 4 वेदर सिस्टम सक्रिय है, जिसके कारण शुक्रवार व शनिवार को उत्तर पश्चिमी और राजस्थान से जुड़े इलाकों में तेज बारिश हो सकती है । प्रदेश के कई जिलों में बादल छाए रहेंगे। एमपी मौसम विभाग की मानें तो आज प्रदेश के 22 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वही 1 जुलाई शनिवार से मौसम में फिर बदलाव आएगा और बारिश का दौर थमने लगेगा, लेकिन नया सिस्टम एक्टिव होते ही फिर तेज बारिश के आसार है।
आज इन जिलों-संभागों में बारिश का अलर्ट
एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, मध्यप्रदेश के ग्वालियर, चंबल और उज्जैन संभाग आज शुक्रवार को मानसून की एक्टिविटी जारी रहने का अनुमान है । ग्वालियर-चंबल और उज्जैन संभाग के मंदसौर, नीमच, शाजापुर, आगर और रतलाम के साथ भोपाल संभाग के राजगढ़ में बारिश का दौर बना रहेगा। अन्य जगहों पर हल्की बूंदाबांदी हो सकती है।वही अगले 24 घंटे के दौरान जबलपुर सहित संभाग के जिलों में कहीं ज्यादा तो कहीं मध्यम वर्षा के आसार हैं। वही बादल छाए रहेंगे और मंडला, सिवनी, अनूपपुर, अमरकंटक, डिंडोरी में बिजली चमकने गिरने साथ भारी वर्षा की संभावना है।
इंदौर-भोपाल में ऐसा रहेगा मौसम
एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, राजधानी में शुक्रवार को हल्की बारिश हो सकती है। इसके बाद 1, 2 और 3 जुलाई को भी बारिश की संभावना है। इस दौरान आकाशीय बिजली गिरने या चमकने की संभावना भी रहेगा। इंदौर में हल्की से मध्यम वर्षा का दौर जारी रहेगा। इंदौर व उज्जैन संभाग में रतलाम, नीमच, मंदसौर, शाजापुर, राजगढ़, आगर जिलों में आगामी दिनों में अच्छी बारिश हाेने की संभावना है। इसके अलावा मंदसौर, नीमच, सागर, टीकमगढ़, दमोह, छतरपुर, गुना, राजगढ़, शिवपुरी, निवाड़ी, अशोकनगर, पन्ना जिले में भारी वर्षा हो सकती है।
22 जिलों में ऑरेंज अलर्ट
एमपी मौसम विभाग ने आज शुक्रवार प्रदेश की राजधानी भोपाल, गुना, राजगढ़, शिवपुरी, निवाडी,अशोक नगर, पन्ना, नीमच, सागर, टिकमगढ़, दमोह, छतरपुर, मंदसौर, श्योपुर कला, दतिया, मुरैना, रायसेन, भिण्ड, ग्वालियर, विदिशा, अलीराजपुर, उमरिया, झाबुआ, बडवानी, उज्जैन, रीवा, जबलपुर, रतलाम, नरसिंहपुर, आगर, शाजापुर, बालाघाट, सिवनी और कटनी जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है।
क्या कहता है मौसम विभाग
एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तरी मध्यप्रदेश के मध्य क्षेत्र कम दवाब का क्षेत्र स्थित है और वहीं एक द्रोणिका लाइन उत्तर पश्चिम राजस्थान से पूर्वी राजस्थान व कम दबाव से होते हुए दक्षिण झारखंड से गुजर रही है,जिससे प्रदेश के उत्तरी हिस्से में शुक्रवार को बारिश की संभावना है। अलग-अलग स्थानों पर बनी चार मौसम प्रणालियों के असर से प्रदेश के अधिकतर जिलों में रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला बना हुआ है। कम दबाव के क्षेत्र के कमजोर पड़ कर आगे बढ़ने के कारण शनिवार से वर्षा की गतिविधियों में कमी आने की संभावना है।