MP : नया सिस्टम एक्टिव, छाएंगे बादल, 3 संभागों में होगी तेज वर्षा, अगले 24 घंटे में 15 जिलों में बारिश-बिजली, जानें मानसून की विदाई कब?

भोपाल : अक्टूबर से पहले एक बार फिर अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में एक साथ दो मौसम प्रणालियां विकसित हो गई हैं, जिसके प्रभाव से मध्य प्रदेश का मौसम बदलने लगा है। अगले 24 घंटों में कई जिलों में बारिश की संभावना जताई गई है। वही नए सिस्टम के प्रभाव से एक से तीन अक्टूबर तक पूर्वी मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं मध्यम स्तर की वर्षा हो सकती है। इस मौसम प्रणाली के असर से एक से तीन अक्टूबर तक पूर्वी मधय प्रदेश के जबलपुर, शहडोल, रीवा, सागर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं मध्यम बारिश हो सकती है। शेष क्षेत्र में बादल छा सकते हैं।

3 संभागों में झमाझम बारिश

एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, नए सिस्टम के असर से जबलपुर, शहडोल और रीवा संभाग में तेज बारिश होने का अनुमान है, वही भोपाल, नर्मदापुरम, उज्जैन, सागर, ग्वालियर और चंबल संभाग में हल्की बारिश होगी। अन्य जिलों में मिला जुला मौसम देखने को मिल सकता है। आज शनिवार को जबलपुर, शहडोल संभाग के जिलों में रुक-रुककर का सिलसिला शुरू हो सकता है वही रविवार को रीवा, सागर संभाग में भी बौछारें पड़ सकती हैं। एक अक्टूबर से जबलपुर, शहडोल, रीवा संभाग के जिलों में अच्छी बारिश के आसार है। नए सिस्टम का असर 5-6 अक्टूबर देखने को मिलेगा। वही अक्टूबर के पहले हफ्ते के अंत से मध्य प्रदेश से मानसून की वापसी हो सकती है।

आज इन जिलों में बारिश के आसार

एमपी मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इस नए सिस्टम के कारण आज शनिवार को बैतूल बड़वानी अलीराजपुर झाबुआ धार सीधी सिंगरौली रीवा अनूपपुर शहडोल डिंडोरी मंडला बालाघाट जिलों में कुछ स्थान पर बारिश हो सकती है। वहीं रायसेन नर्मदापुरम हरदा बुरहानपुर खंडवा खरगोन इंदौर रतलाम उज्जैन देवास सतना उमरिया कटनी जबलपुर नरसिंहपुर छिंदवाड़ा सिवनी पन्ना दमोह सागर जिलों में कहीं-कहीं बारिश होने की संभावना है। बाकी शेष जिलों में मौसम मुख्ता शुष्क रहने का अनुमान है।

क्या कहता है मौसम विभाग

एमपी मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में एक नया सिस्टम मजबूती के साथ सक्रिय हो रहा है, प्रदेश के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र निर्मित होने कहीं ज्यादा तो कहीं हल्की बारिश का दौर शुरू हो सकता है। अगले 24 घंटे के दौरान जबलपुर सहित संभाग के जिलों में हल्की बारिश हो सकती है। दो अक्टूबर तक मौसम इसी तरह बने रहने की संभावना है।ग्वालियर में अगले 24 से 48 घंटे के दौरान अंचल में कहीं हल्की बारिश तो कहीं बूंदाबांदी हो सकती है। हालांकि तेज बारिश की संभावना कम है।  30 सितंबर से लेकर 2 अक्टूबर के बीच हल्कि बारिश के आसार बने हुए हैं।

वर्तमान में सक्रिय मौसम प्रणालियां

एमपी मौसम विभाग के मुताबिक,वर्तमान में म्यांमार के पास एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। कोंकण-गोवा के तट पर भी एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। यह दोनों मौसम प्रणाली शनिवार को गहरे कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित हो जाएंगी लेकिन कोंकण में बना गहरा कम दबाव का क्षेत्र अरब सागर की तरफ बढ़ेगा, जिससे एमपी पर कम असर रहेगा, लेकिन म्यांमार पर बनने वाला गहरा कम दबाव का क्षेत्र सोमवार को ओडिशा और उससे लगे पश्चिम बंगाल के तट पर पहुंचेगा, जो एमपी के मौसम को प्रभावित करेगा और 4 संभागों में झमाझम बारिश होगी।

अबतक कहां कितनी हुई बारिश

आज 30 सितंबर को बारिश का सीजन (एक जून से 30 सितंबर) समाप्त हो जाएगा, इसी के साथ बारिश का सामान्य कोटा भी पूरा हो गया है लेकिन 6 जिलों गुना, अशोकनगर, दमोह, सतना, रीवा एवं सीधी में सामान्य से 24 से लेकर 38 प्रतिशत तक कम तो भोपाल सहित 15 जिले सामान्य वर्षा से भी कम रही। 10 वर्ष में यह सातवां मौका है जब मप्र में 1000 मिमी से कम 943.2 मिमी वर्षा हुई है। प्रदेश में अब तक औसत 36.94 इंच बारिश हुई है, इस बार पूर्वी हिस्से में 4% कम और पश्चिमी हिस्से में 4% अधिक बारिश हुई है।नरसिंहपुर में बारिश का आंकड़ा 51 इंच से अधिक है।वही सतना, अशोकनगर, रीवा और सीधी जिलों में सबसे कम बारिश हुई है।

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