भोपाल : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सीएम शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक सम्पन्न हुई। इसमें एक दर्जन महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर चर्चा कर के निर्णय लिया गया । इसमें सबसे खास मंत्रि-परिषद ने प्रदेश में शराब को हतोत्साहित करने के लिये कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये हैं।
सरकार के इस फैसले से मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती काफी खुश नजर आई और उन्होंने एक के बाद एक इस विषय में कई ट्वीट किए हैं। ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा कि मध्यप्रदेश में मंत्री परिषद की बैठक के दौरान हमारी सरकार द्वारा घोषित की गई शराब नीति एक ऐतिहासिक और क्रांतिकारी निर्णय है जिसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का प्रदेश के सभी नागरिक खासकर महिलाएं धन्यवाद देते हैं।
ट्वीट में उन्होंने सरकार द्वारा जारी किए गए निर्देशों के बारे में बताया है और कहा है कि शिवराज सरकार ने अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं और बता दिया है कि जनता का हित ही उनके लिए सर्वोपरि है। आगे उन्होंने कहा कि जब शराब नीति का क्रियान्वयन किया जाएगा तो जनप्रतिनिधियों पुलिस तथा प्रशासन को काफी सक्रिय कदम उठाने होंगे।
उमा भारती को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तारीफ करते हुए देखा गया और उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी वचनबद्धता पूरी कर चुके हैं अब जनता को अपना कर्तव्य पूरा करना होगा। उन्होंने कहा की शराब नीति से मेरे बड़े भाई ने व्यक्तिगत तौर पर मुझे परम शांति और गौरव प्रदान किया है और मुझे विश्वास है कि मध्यप्रदेश में घोषित की गई शराब नीति अन्य राज्यों के लिए भी मॉडल बनकर उभरेगी।
अपने एक अन्य ट्वीट में उमा भारती ने कहा कि गौवंश पर आधारित ऑर्गेनिक खेती में मध्य प्रदेश अग्रणी हो चुका है। अब शराब छोड़ो दूध पियो अभियान को सशक्त कर हम सरकार का सहयोग करेंगे। उन्होंने सरकार के इस फैसले का तहे दिल से स्वागत किया है।
क्या है सरकार की नीति
सरकार द्वारा जारी की गई नीति के तहत प्रदेश में शराब के सभी अहाते और शॉप बार बंद किए जाएंगे। मदिरा दुकानों में बैठ कर मदिरा पीने की अनुमति नहीं होगी। शराब की दुकान के लिये शैक्षणिक और धार्मिक संस्थानों के आसपास के 50 मीटर के दायरे को बढ़ाकर 100 मीटर किया जायेगा। इसके साथ ही शराब पीकर वाहन चलाने वालों के ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित करने एवं सजा के प्रावधान कड़े किए जाएंगे।